Gold Silver Price Rates: सोना-चांदी आज फिर आग उगल रहे हैं! घरेलू बाजार में रिकॉर्ड तोड़ कीमतें, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयां और अमेरिकी फेड की संभावित दर कटौती ने पूरे बुलियन मार्केट में तूफ़ान खड़ा कर दिया है. डॉलर कमजोर, रुपया फिसला और कीमती धातुएं सीधे नए शिखरों की ओरअब सवाल ये है कि क्या ये रैली अब भी खत्म होने से दूर है? 1 दिसंबर 2025 के शुरुआती कारोबार में सोने और चांदी की कीमतों ने एक बार फिर जबरदस्त तेजी दिखाई. घरेलू फ्यूचर्स बाजार में Gold February Futures ₹1,30,383 प्रति 10 ग्राम पर खुले, यानी करीब ₹879 या 0.68% की बढ़त, जबकि Silver March Futures ₹1,78,620 प्रति किलो के नए शिखर पर पहुंच गए, जिसमें शुरुआती ट्रेड में ₹3,639 की छलांग देखने को मिली. इस तेजी के पीछे तीन बड़े ट्रिगर थे. इसमें कमजोर होता अमेरिकी डॉलर, दिसंबर में संभावित U.S. Fed Rate Cut की उम्मीदें और रिकॉर्ड निचले स्तर पर गया भारतीय रुपया, जिसने घरेलू कीमतों को और मजबूत सपोर्ट दिया.
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स्पॉट गोल्ड में हल्की गिरावट, सिल्वर ने बनाया रिकॉर्ड
अंतरराष्ट्रीय बाजार में हालांकि हल्की प्रॉफिट-बुकिंग दिखाई दी, जहां स्पॉट गोल्ड लगभग 0.2% गिरकर $4,221.68 प्रति औंस पर आ गया. जबकि 28 नवंबर को यह तीन हफ्तों के हाई पर पहुंचा था. U.S. Gold Futures हल्की बढ़त के साथ $4,261.60 प्रति औंस पर ट्रेड हुए. दूसरी तरफ सिल्वर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 2.2% उछलकर $57.59 प्रति औंस के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया. 28 नवंबर को भी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में दोनों मेटल्स में जोरदार तेजी रही थी.Gold February Futures 1.44% चढ़कर ₹1,29,504 पर बंद हुए थे, जबकि Silver March Futures 5.42% की बड़ी बढ़त के साथ ₹1,74,981 पर बंद हुए.
विशेषज्ञों ने क्या कहा?
कमोडिटी विशेषज्ञ अजय केडिया की मानें तो तकनीकी रूप से गोल्ड ने 4200 का अहम स्तर तोड़ा और 4235 तक पहुंचा, जिससे 4300 की ओर रुझान दिख रहा है; वहीं सिल्वर ने 5350 का हाई पार करने के बाद शॉर्ट कवरेज और फिजिकल मार्केट शॉर्टेज की वजह से $58 तक पहुंचकर $60 का स्तर छूने के संकेत दिए हैं. घरेलू बाजार में कमजोर रुपये के कारण गोल्ड 1,34,000–1,35,000 और सिल्वर 1,85,000 तक के स्तर संभव माने जा रहे हैं.
फेड रेट कट की उम्मीद ने बाजार को दी रफ्तार
इस पूरी रैली का बड़ा कारण है U.S. Federal Reserve की संभावित दर कटौती की उम्मीद. बाजार में लगभग 87% संभावना है कि इस महीने 25 bps की कटौती देखने को मिल सकती है. अमेरिकी अर्थव्यवस्था से आ रहे कमजोर आंकड़े, लंबे शटडाउन के बाद जारी सुस्त गतिविधियां और फेड अधिकारियों के डोविश संकेतों ने ईज़िंग की उम्मीदों को और मजबूती दी है. यही वजह है कि गोल्ड तकरीबन पांच हफ्तों के ऊपरी स्तर $4,240 के करीब पहुंच गया और साल का सबसे मजबूत प्रदर्शन देने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. मजबूत सेंट्रल बैंक बाइंग और ETFs में लगातार इनफ्लो ने भी इस तेजी को आधार दिया, जिससे कीमतें हाल ही में $4,380 के स्तर को छू चुकी हैं.
चाइना वेयरहाउस में इन्वेंट्री 10 साल के निचले स्तर पर
सिल्वर की बात करें तो यह लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही है. शंघाई फ्यूचर्स एक्सचेंज से जुड़े गोदामों में इन्वेंट्री एक दशक के निचले स्तर पर पहुंच गई है, जिसकी वजह से सप्लाई शॉर्टेज की चिंता बढ़ी है. इसी सप्लाई टाइटनेस और फेड रेट कट की उम्मीदों ने सिल्वर को $57 के पार पहुंचाया. CME पर शुक्रवार को हुई ट्रेडिंग डिसरप्शन का भी बाजार पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा. कमजोर लेबर डेटा और सरकारी शटडाउन के कारण रुकी कई महत्वपूर्ण आर्थिक रिपोर्टों के देर से आने ने भी रेट कट के अनुमान को और सपोर्ट दिया, जिससे नॉन-यील्डिंग एसेट्स यानी गोल्ड और सिल्वर में निवेश बढ़ा है.
डॉलर इंडेक्स कमजोर, रुपया फिसला
रूस-यूक्रेन तनाव पर चल रही शांति वार्ता की हल्की उम्मीदों ने गेंस को थोड़ा सीमित किया है, लेकिन डॉलर इंडेक्स पर बने दबाव, कमजोर होती अमेरिकी अर्थव्यवस्था और रिकॉर्ड-लो भारतीय रुपये ने घरेलू बाजारों में कीमती धातुओं को बड़े पैमाने पर सपोर्ट दिया है. U.S. Dollar Index फिलहाल 99.47 के आसपास है, जो कमजोर सेंटिमेंट को दर्शाता है. विश्लेषकों का कहना है कि इस सप्ताह भी कीमती धातुओं में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है, क्योंकि बाजार फेड की अगली मौद्रिक नीति बैठक, डॉलर इंडेक्स के उतार-चढ़ाव और वैश्विक वित्तीय परिस्थितियों पर बारीकी से नजर रखे हुए है.
प्रेशियस मेटल्स की चमक बरकरार
कुल मिलाकर, गोल्ड और सिल्वर दोनों ही इस समय अपने साल के सबसे मजबूत फेज में हैं. रेट कट की उम्मीदें, डॉलर की कमजोरी, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और टाइट सप्लाई-सभी मिलकर कीमती धातुओं में तेजी को बनाए हुए हैं. आने वाले दिनों में वोलैटिलिटी जरूर रहेगी, लेकिन बाजार की धारणा साफ है-प्रेशियस मेटल्स अब भी निवेशकों की पहली पसंद बने हुए हैं.
IBJA के अनुसार 1 दिसंबर का क्लोजिंग रेट्स
| प्रति 10 ग्राम | |
| 24 कैरेट | 128800 रुपए |
| 22 कैरेट | 128284 रुपए |
| चांदी | 175180 (1 किलो) रुपए |
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