Jagdeep Dhankhad Resigns: भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी. पत्र में उन्होंने लिखा, चिकित्सकीय सलाह और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए वह उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे रहे हैं.
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उपराष्ट्रपति ने अपने पत्र में राष्ट्रपति को सहयोग और सौहार्दपूर्ण संबंधों के लिए धन्यवाद दिया. इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद का भी मार्गदर्शन और समर्थन करने के लिए आभार जताया.
किसान परिवार से उपराष्ट्रपति पद तक
आपको बता दें कि जगदीप धनखड़ ने अगस्त 2022 में देश के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. चुनाव में उन्होंने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराया था. वे 528 मतों के साथ विजयी रहे थे. इससे पहले धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं.
राजस्थान में जन्में, गांव से की शुरुआती पढ़ाई
जगदीप धनखड़ का जन्म राजस्थान के झुंझुनू जिले के एक किसान परिवार में हुआ था. उन्होंने शुरुआती पढ़ाई गांव से ही की है. इसके बाद उन्होंने स्कॉलरशिप पर चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल में आगे की पढ़ाई की. खासबात ये है कि उनका चयन UPSC द्वारा आयोजित NDA की परीक्षा में हो गया था. हालांकि इसमें सिलेक्ट होने के बावजूद उन्होंने सेना में नहीं जाने का फैसला किया.
यहां देखें जगदीप धनखड़ का इस्तीफा
तीन उपराष्ट्रपति नहीं पूरा नहीं कर सके कार्यकाल
जगदीप धनखड़ भारत के तीसरे ऐसे उपराष्ट्रपति बने हैं जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया. धनखड़ से पहले उपराष्ट्रपति रहे कृष्ण कांत (1997–2002) की पद पर रहने के दौरान निधन हो गया था. इस कारण उनका कार्यकाल अधूरा रह गया था. वहीं, वी.वी. गिरि ने 1969 में राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने के लिए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था.
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