पहलगाम में 22 अप्रैल को हुई जघन्य आतंकी घटना के खिलाफ भारत सरकार ने 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च कर पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. इसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए. इस घटना के बाद बिलबिलाए पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन और मिसाइल से अटैक कर दिया. सीमापर गोलीबारी कर दी. भारतीय सेना ने इसका करारा जवाब दिया.
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भारत के एयर डिफेंस से इसका डटकर मुकाबला किया और पाकिस्तान के मंसूबों पर पानी फेर दिया. इधर अचानक 10 मई को शाम 5 बजे के करीब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया X पर एक मैसेज कर दुनिया को बता दिया कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर विराम लग गया है. ट्रंप ने अमेरिका की मध्यस्थता के बाद दोनों देशों के बीच शांति का दावा किया. इसके तुरंत बाद अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो का पोस्ट सोशल मीडिया पर आया और उन्होंने भी बताया कि अमेरिकी मध्यस्थता के बाद दोनों देश युद्ध विराम के लिए सहमत हो गए हैं.
माना गया- अमेरिका ने रुकवाया युद्ध
इधर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस मैसेज के बाद पाकिस्तान के युद्ध विराम पर सहमति जताने वाला पोस्ट सोशल मीडिया X पर साझा किया. इसके बाद भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात को स्वीकारा. इसके बाद भारत और पाकिस्तान समेत दुनिया भर में इस बात की चर्चा हो गई कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच वार रुकवा दी है.
PM मोदी ने संबोधन में बताई अलग कहानी
इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा. पाकिस्तान दुनियाभर में तनाव कम करने के लिए गुहार लगा रहा था और बुरी तरह पिटने के बाद किसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे DGMO को संपर्क किया.
तब तक हम आतंकवाद के इन्फ्रास्ट्र्क्चर को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा चुके थे, आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था, आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था. जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई, जब ये कहा गया कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा, जब भारत ने उस पर विचार किया.
दोनों देशों के DGMO की फिर हुई बात
इधर भारत और पाकिस्तान के DGMO (Director General Military Operations) ने 12 मई 2025 को शाम 5:00 बजे एक दूसरे से बात की. इस प्रतिबद्धता को जारी रखने से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई कि दोनों पक्षों को एक भी गोली नहीं चलानी चाहिए या एक-दूसरे के खिलाफ कोई आक्रामक और शत्रुतापूर्ण कार्रवाई नहीं करनी चाहिए. इस बात पर भी सहमति बनी कि दोनों पक्ष सीमाओं और अग्रिम क्षेत्रों से सैनिकों की संख्या में कमी सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उपायों पर विचार करें. ये जानकारी भारतीय सेना ने दी.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने फिर किया ये बड़ा दावा
इधर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 12 मई को एक संबोधन में फिर कहा- 'शनिवार को मेरे प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच पूर्ण और तत्काल युद्धविराम कराने में मदद की. मुझे लगता है कि यह स्थायी युद्धविराम था. जिससे बहुत सारे परमाणु हथियारों से लैस दो देशों के बीच एक खतरनाक संघर्ष खत्म हुआ. वे बहुत ज़ोरदार तरीके से लड़ रहे थे और ऐसा लग रहा था कि यह रुकने वाला नहीं था.
मैंने कहा कि चलो हम तुम्हारे साथ बहुत सारा व्यापार करने जा रहे हैं, इसलिए इसे रोक दो. अगर तुम इसे नहीं रोकोगे, तो हम कोई व्यापार नहीं करेंगे. अचानक उन्होंने कहा कि ठीक है हम इसे रोकने जा रहे हैं.
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