करौली: संभागीय आयुक्त ने इंदिरा रसोई का किया औचक निरीक्षण, हालात देख बदला IAS अधिकारी का मूड

Karauli: करौली में जिला मुख्यालय पर जिला अस्पताल में संचालित इंदिरा रसोई योजना में बड़ा घोटाला सामने आया. भरतपुर संभागीय आयुक्त सांवर मल वर्मा की औचक निरीक्षण के दौरान यह मामला सामने आया है. इंदिरा रसोई के मेन्यू के अनुसार खाना नहीं दिया जा रहा था. वहीं सब्जी की घटिया क्वालिटी मिली. इसके अलावा ₹8 […]

करौली: संभागीय आयुक्त ने इंदिरा रसोई का किया औचक निरीक्षण, हालात देख बदला IAS अधिकारी का मूड
करौली: संभागीय आयुक्त ने इंदिरा रसोई का किया औचक निरीक्षण, हालात देख बदला IAS अधिकारी का मूड

गोपाल लाल

follow google news

Karauli: करौली में जिला मुख्यालय पर जिला अस्पताल में संचालित इंदिरा रसोई योजना में बड़ा घोटाला सामने आया. भरतपुर संभागीय आयुक्त सांवर मल वर्मा की औचक निरीक्षण के दौरान यह मामला सामने आया है. इंदिरा रसोई के मेन्यू के अनुसार खाना नहीं दिया जा रहा था.

Read more!

वहीं सब्जी की घटिया क्वालिटी मिली. इसके अलावा ₹8 के स्थान पर ₹10 वसूलने का मामला सामने आते ही संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने नगर परिषद आयुक्त नरसी मीणा को मौके पर ही डांट लगाई. संभागीय आयुक्त ने नगर परिषद की लापरवाही को घोर लापरवाही बताया.

तय कीमत से ज्यादा की वसूली 

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राजस्थान में इंदिरा रसोई संचालित की हुई जिसमें ₹8 का भोजन दिया जाता है एवं जिला अस्पताल या अन्य अस्पतालों में रोगी के लिए निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाता है लेकिन यहां कई परिजन रोगियों के लिए भोजन ले जाते हुए संभागीय आयुक्त ने रोककर पूछताछ की तो पता चला ₹10 में भोजन दिया गया.

नगर परिषद के कर्मचारियों को कड़ी फटकार

निरीक्षण के दौरान उन्होंने इंदिरा रसोई में मिली अनियमितताओं को लेकर नगर परिषद के कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई. वहीं उन्होंने भर्ती मरीजों को खाना पैक करा कर ले जा रहे हैं लोगों से भी पूछा कि किसी से पैसे तो नहीं लिए हैं. जिस पर कई महिलाओं ने कहा कि हम 8 दिन से दिन में दो बार खाना पैक करा कर ले जाते हैं. जिसके बदले हमसे 10-10 रुपए लिए जाते हैं.

जमकर लगाई फटकार

जिस पर संभागीय आयुक्त वर्मा ने नगर परिषद के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि राजस्थान सरकार ने अस्पताल में भर्ती रोगियों को खाने की निशुल्क व्यवस्था कर रखी है. उसके बावजूद इन से क्यों पैसा वसूल किया जाता है. इसके अलावा इंदिरा रसोई में मिली कई अनियमितताओं एवं सब्जी की क्वालिटी को लेकर काफी नाराज हुए और कहा कि नगर परिषद के निकम्मे अधिकारियों को इंदिरा रसोई जांच करने की फुर्सत तक नहीं है.

    follow google news