Rajasthan CM: मुख्यमंत्री की रेस से बाहर हुए बालकनाथ योगी? खुद बताई यह बात

Rajasthan CM: बालक नाथ ओबीसी समाज से आते हैं. भाजपा के भगवा कार्ड में एकदम फिट नजर आते हैं. तो युवा होने के साथ ही योगी आदित्यनाथ के करीबी है.

Rajasthan CM: मुख्यमंत्री की रेस से बाहर हुए बालकनाथ योगी? खुद बताई यह बात
Rajasthan CM: मुख्यमंत्री की रेस से बाहर हुए बालकनाथ योगी? खुद बताई यह बात

Himanshu Sharma

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Rajasthan CM: राजस्थान में मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर सब की निगाहें टिकी हुई है. बालकनाथ (Balaknath) मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे नजर आ रहे हैं. इन सब के बीच बालक नाथ का एक संदेश सामने आया है. इसमें बालक नाथ ने कहा कि मीडिया में चल रही चर्चाओं को नजरअंदाज करें. अभी मुझे प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है. दूसरी तरफ राजस्थान में पर्यवेक्षक लगातार नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं.

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राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला है. भाजपा सरकार बनाने की तैयारी कर रही है. जिस तरह के हालात अभी बने हुए हैं. उसे साफ है कि इस बार मुख्यमंत्री के नए चहेरे नजर आएंगे. लेकिन राजस्थान में अभी पेज फंसा हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने विधायकों की बाड़ेबंदी की है. तो मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे बालक नाथ का नाम शामिल है.

ओबीसी समुदाय से आते हैं बालकनाथ

बालक नाथ ओबीसी समाज से आते हैं. भाजपा के भगवा कार्ड में एकदम फिट नजर आते हैं. तो युवा होने के साथ ही योगी आदित्यनाथ के करीबी है. इसलिए बालक नाथ की चर्चाएं सबसे ज्यादा है. सभी सर्वे में भी बालक नाथ का नाम सबसे आगे है. मुख्यमंत्री फाइनल करने के लिए पार्टी की तरफ से पर्यवेक्षक लगाए गए हैं. वो लगातार पार्टी के नेताओं से मिल रहे हैं. बालक नाथ जेपी नड्डा व अमित शाह से मिले. तो वसुंधरा भी दिल्ली में लगातार आलाकमान से मिल रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल सभी नेताओं को मीडिया से बातचीत करने के लिए मना किया गया है. किसी भी नेता का कोई बयान सामने नहीं आया. इसी बीच बालक नाथ ने अपने ट्वीटर हैंडल पर एक संदेश जारी किया. बालकनाथ के इस संदेश के बाद राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.

बालकनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा यह मैसेज

उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में जनता जनार्दन ने पहली बार सांसद और विधायक बनकर राष्ट्र सेवा करने का अवसर दिया है. चुनाव परिणाम आने के बाद से मीडिया में सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नजरअंदाज करें. अभी मुझे प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में बहुत अनुभव प्राप्त करना है. बालक नाथ के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. इस बयान से साफ है कि बालक नाथ मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहर हो चुके हैं. पार्टी का संदेश बालक नाथ ने अपने मैसेज के माध्यम से लोगों तक पहुंचा है कि अभी बालक नाथ को अनुभव लेने की आवश्यकता है. उनके पास प्रशासनिक अनुभव नहीं है और पार्टी किसी ऐसे को मुख्यमंत्री बनना चाहती है. जिसके पास प्रशासनिक अनुभव हो और वो सभी समाज सभी वर्ग को साथ कर चले. तो प्रदेश के मुख्यमंत्री की भूमिका में अहम रोल निभा सके.

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