Rajasthan Electricity Bills Controversy: राजस्थान में बिजली बिल को लेकर एक बार फिर सियासत गर्म है. जहां आम जनता के बिजली कनेक्शन बकाया बिल के चलते तुरंत कट जाते हैं, वहीं 33 विधायक और मंत्रियों ने महीनों से अपने बिजली बिल जमा नहीं किए. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के नेता और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के निजी आवास का बिजली कनेक्शन काटा गया तो इस मामले ने तूल पकड़ लिया.
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नेताओं पर बकाया, नियमों में ढील
बेनीवाल का बिजली कनेक्शन काटने के बाद जैसे ही मामला सुर्खियों में आया तो राजस्थान में बिजली विभाग (डिस्कॉम) की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे. आम उपभोक्ताओं के लिए सख्त नियम लागू हैं, लेकिन विधायकों और मंत्रियों के बकाया बिलों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही.
33 नेताओं पर लाखों का बकाया
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान में 33 विधायक और मंत्रियों ने अपने सरकारी आवासों के बिजली बिल महीनों से नहीं भरे हैं. इसमें बीजेपी के 16 विधायक, कांग्रेस के 9, भारत आदिवासी पार्टी के 4, बसपा और निर्दलीय के 1-1 विधायक शामिल हैं. इनमें से कई नेताओं के सरकारी आवासों के बिल 13 महीने से अधिक समय से जमा नहीं हुए हैं.
बीजेपी के विधायकों में उदय लाल भड़ाना, कैलाश मीणा, ललिता मीणा, लालाराम बैरवा और हंसराज मीणा जैसे नाम शामिल हैं, जिनके बकाया बिल हजारों से लेकर लाखों रुपये तक हैं.
कांग्रेस के भगवान राम सैनी, सोहनलाल, मुकेश भाकर और अभिमन्यु पूनिया भी इस सूची में हैं. इसके अलावा, भारत आदिवासी पार्टी के थावरचंद और अनिल कटारा, बसपा के जसवंत गुर्जर और निर्दलीय जीवाराम चौधरी भी बिल जमा करने में पीछे हैं.
बेनीवाल के कनेक्शन कटने से गरमाई सियासत
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के घर का बिजली कनेक्शन काटे जाने के बाद यह मुद्दा सुर्खियों में आया. बेनीवाल ने पलटवार करते हुए ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर पर भी बिल न भरने का आरोप लगाया.
उन्होंने बिल की कॉपी दिखाते हुए कहा, "ऊर्जा मंत्री का बंगला 2 लाख 17 हजार रुपये का बकाया लिए बैठा है. अगर मेरा कनेक्शन कट सकता है, तो उनका क्यों नहीं?"
बेनीवाल के इस बयान के बाद कई विधायकों ने जल्दबाजी में अपने बकाया बिल जमा कराए, लेकिन अभी भी कई नेता बकाया बिल को नजरअंदाज कर रहे हैं.
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