1.86 करोड़ परिवारों को मिलेगी 300 से 550 रुपये की सीधी बचत: बिहार सरकार का बड़ा फैसला
बिहार सरकार के क्रांतिकारी फैसले के तहत, 1.86 करोड़ परिवारों को हर महीने 125 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी, जिससे उन्हें 300 रुपये से 550 रुपये तक की सीधी बचत होगी.
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बिहार सरकार ने हाल ही में कई बड़े फैसले लिए हैं, जिनमें गरीब और निम्न मध्य वर्ग के परिवारों को सीधे तौर पर आर्थिक लाभ पहुंचाने वाले कदम शामिल हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में, राज्य में 1.86 करोड़ परिवारों को बिना किसी जाति, धर्म या आय प्रमाण पत्र के प्रति माह 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। इस कदम से इन परिवारों को 300 रुपये से लेकर 550 रुपये तक की सीधी मासिक बचत होगी.
यह फैसला बिहार में अब तक का सबसे बड़ा क्रांतिकारी निर्णय माना जा रहा है, जिसका सीधा लाभ शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को मिलेगा. बिहार में एक बहुत बड़ी आबादी ऐसी है जिनके घर अभी भी फ्रिज और एयर कंडीशन नहीं हैं, और उनकी बिजली खपत भी 125 यूनिट से कम है.
ऐसे परिवारों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खास मेहरबानी हुई है और अब उन्हें बिजली के लिए एक भी रुपया भुगतान नहीं करना होगा. यह फैसला अत्यंत गरीब और गरीब परिवारों के लिए किसी बड़े उपहार से कम नहीं है. सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले से ग्रामीण और शहरी, दोनों क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा.
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आसान भाषा में समझें तो शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को 550 रुपये प्रति माह तक की बचत होगी, वहीं ग्रामीण उपभोक्ताओं की हर महीने 306 रुपये तक बचत होगी. ऊर्जा विभाग ने ये साफ कर दिया है कि 125 यूनिट तक बिजली खपत करने वालों को कोई भी फिक्स्ड चार्ज, ऊर्जा शुल्क या अन्य टैक्स नहीं देना होगा. यानि अब बिहार के बिजली उपभोक्ताओं को बिना किसी झंझट के मुफ्त बिजली लाभ मिलेगा.
बचत का पूरा कैलकुलेशन समझें
बिजली विभाग के प्रधान सचिव मनोज कुमार सिंह ने घोषणा की है कि 125 यूनिट बिजली फ्री है. इसके अनुसार जो उपभोक्ता 125 यूनिट से अधिक बिजली उपयोग करते हैं, वे भी इस स्कीम में शामिल होंगे. उनके कुल बिल से पहले 125 यूनिट घटा दिए जाएंगे, और केवल शेष यूनिट के लिए बिल लिया जाएगा. उदाहरण के लिए, अगर कोई परिवार 200 यूनिट बिजली खर्च करता है, तो केवल 75 यूनिट का बिल बनेगा. इससे मिडिल क्लास और लोअर मिडिल क्लास को सबसे बड़ा फायदा होगा. इसमें वे लोग भी शामिल हैं जो परिवार 1000 या 500 यूनिट बिजली खर्च करते हैं, तो भी ऐसे परिवारों को इसका फायदा मिलेगा.
बिहार में बिजली उपभोक्ताओं की दो श्रेणियां हैं: शहरी और ग्रामीण
ग्रामीण उपभोक्ता:
ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए बिहार विद्युत नियामक आयोग की ओर से 9.42 रुपये प्रति यूनिट तय किया गया है, जिस पर राज्य सरकार 4.97 रुपये प्रति यूनिट की सब्सिडी देती है. इस लिहाज से ग्रामीण उपभोक्ताओं को 2.45 रुपये प्रति यूनिट बिजली उपलब्ध होती है। इस हिसाब से, 125 यूनिट मुफ्त बिजली के साथ, ग्रामीण उपभोक्ताओं को 306.25 रुपये (125 यूनिट x 2.45 रुपये/यूनिट) की शुद्ध बचत मिलेगी.
शहरी उपभोक्ता:
शहरी उपभोक्ताओं के लिए नियामक की ओर से दो स्लैब हैं. पहले 100 यूनिट के लिए 7.42 रुपये और दूसरे 100 यूनिट के लिए 8.95 रुपये प्रति यूनिट तय है. जिस पर राज्य सरकार पहले 100 यूनिट पर 3.30 रुपये सब्सिडी देती है. इसके बाद अगले 100 यूनिट पर 3.43 रुपये सब्सिडी दी जाती है. इस लिहाज से देखा जाए तो पहले 100 यूनिट पर 4 रुपये 12 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से देय होते हैं, जिस पर शुद्ध 412 रुपये की बचत है. इसके बाद दूसरे 100 यूनिट की कीमत सब्सिडी के बाद 5.52 रुपये होती है. इस हिसाब से 25 यूनिट की कीमत 138 रुपये होती है. अगर 412 और 138 को जोड़ा जाए तो 550 रुपये की शुद्ध बचत आम लोगों को मिलेगी.
समाज के प्रति सरकार की संवेदनशीलता
बिजली उपभोक्ताओं को 125 यूनिट बिजली मुफ्त देना नीतीश कुमार और बिहार सरकार का एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है. राज्य सरकार ने बिना किसी भेदभाव के 125 यूनिट बिजली मुफ्त दी है. 125 यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ लेने के लिए बिहार के किसी नागरिक को जाति, धर्म और आय का प्रमाण पत्र भी देने की जरूरत नहीं है. बिजली अब केवल सुविधा नहीं, बल्कि सरकार की संवेदना का प्रतीक भी बन गई है. नीतीश सरकार ने यह साबित किया है कि गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की जरूरतों को समझते हुए फैसले लिए जा सकते हैं.