अनंत सिंह को अरेस्ट करने वाले SSP कार्तिकेय शर्मा ने बताई गिरफ्तारी की पूरी कहानी, दुलारचंद मर्डर पर भी दी अहम जानकारी!
मोकामा हत्याकांड में जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह को आधी रात गिरफ्तार किया गया. पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि 35 मिनट की बातचीत के बाद यह कार्रवाई हुई. दुलारचंद यादव की मौत मारपीट और चोटों से हुई.

Anant Singh Arrest: बिहार की राजनीति में बाहुबली के नाम से मशहूर जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह को पुलिस ने मोकामा के दुलारचंद यादव हत्याकांड के मामले में आधी रात को गिरफ्तार कर लिया है. यह कार्रवाई देर रात करीब 12-1 बजे के आसपास हुई, जिसके बाद मोकामा से पटना तक सियासी गलियारों में हलचल मच गई है. दुलारचंद यादव के पोते की शिकायत पर दर्ज एफआईआर में अनंत सिंह को इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी बनाया गया है.
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कार्तिकेय शर्मा ने रात करीब 11:10 बजे बाढ़ के कारगिल मार्केट पहुंचकर अनंत सिंह से बातचीत की. यह बातचीत लगभग 35 मिनट चली. इसके बाद 11:45 बजे SSP अनंत सिंह को लेकर बाढ़ से पटना रवाना हो गए. पटना पहुंचने पर रात 1 बजे SSP की प्रेस कॉन्फ्रेंस की घोषणा हुई. डीएम भी 1:30 बजे इस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए. SSP कार्तिकेय शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरी घटना की जानकारी दी.
SSP कार्तिकेय शर्मा ने क्या बताया?
एसएसपी शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस मामले में अनंत सिंह समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और लगातार छापेमारी जारी है.
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SSP के अनुसार, शुरुआती जांच में पता चला है कि यह घटना दोनों पक्षों के समर्थकों के आमने-सामने आ जाने के कारण हुई. इस दौरान दोनों तरफ के लोगों में पत्थरबाजी और मारपीट हुई, जिसमें दुलारचंद यादव की हत्या हो गई. उन्होंने यह भी बताया कि कार्रवाई में शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाते समय हुई घटना को भी केस में जोड़ा गया है.
गिरफ्तार किए गए तीन लोगों में अनंत सिंह, मणिकांत ठाकुर और एक अन्य व्यक्ति शामिल हैं. पुलिस ने जांच में पाया है कि अनंत सिंह अपने सहयोगियों के साथ घटना के समय वहां मौजूद थे.
80 लोगों से पूछताछ!
इस मामले में पुलिस ने अब तक कुल 80 लोगों से पूछताछ की है. दुलारचंद यादव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि उनकी मौत मारपीट में हर्ट और फेफड़े में अत्यधिक चोट आने से हुई. उनके टखने में गोली लगने की भी पुष्टि हुई है एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने स्पष्ट किया कि जांच अभी जारी है और आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
मामले की गंभीरता को देखते हुए अब इसकी जांच सीआईडी को सौंप दी गई है. हिंसा के दौरान इस्तेमाल किए गए पत्थरों के सैंपल भी लिए गए हैं, जो आमतौर पर रेलवे ट्रैक पर उपयोग होते हैं. चुनाव आयोग ने भी बिहार के डीजीपी से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है, जिसके बाद पुलिस कार्रवाई और तेज हो गई है.
SSP कार्तिकेय शर्मा की प्रेस कॉन्फ्रेंस










