राजनीति में क्यों नहीं आना चाहती हैं जया किशोरी? महाभारत का उदाहरण देकर बताई ये बड़ी वजह
Jaya Kishori News: प्रख्यात कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी ने समान आचार संहिता (UCC) कानून के समर्थन में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कानून का समर्थन करते हुए कहा, ‘जो काम देश हित के लिए हो वह काम जरूर होना चाहिए. जिससे देश को फायदा हो और लोगों को भी उसका जरूर समर्थन करना […]
ADVERTISEMENT

Jaya Kishori News: प्रख्यात कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी ने समान आचार संहिता (UCC) कानून के समर्थन में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कानून का समर्थन करते हुए कहा, ‘जो काम देश हित के लिए हो वह काम जरूर होना चाहिए. जिससे देश को फायदा हो और लोगों को भी उसका जरूर समर्थन करना चाहिए.’ जया किशोरी ने रविवार ग्वालियर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूसीसी, अपनी शादी और राजनीति ज्वॉइन करने को लेकर अपनी बात रखी. उन्होंने राजनीति में आने से साफ-साफ इनकार कर दिया. वहीं जया किशोरी ने राजनीति कैसी होनी चाहिए, इस विषय पर भी अपनी राय रखी.
UCC का किया समर्थन
जया किशोरी ने UCC को लेकर कहा कि जो काम देश हित के लिए हो वह काम जरूर होना चाहिए. जिससे देश को फायदा हो और लोगों को भी उसका जरूर समर्थन करना चाहिए. राजनीति में धर्म के प्रवेश पर राजधर्म की सीख देते हुए जया किशोरी ने कहा कि राजनीति हो तो श्री कृष्ण जैसी राजनीति हो, धर्म में राजनीति का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए, कृष्ण ने भी महाभारत में राजनीति की थी, अगर कृष्ण सी राजनीति करेंगे तो जीत जाएंगे और अगर दुर्योधन जैसी राजनीति करेंगे, तो पराजय मिलना निश्चित है. हालांकि जब उनसे राजनीति में आने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उनका बिल्कुल मन राजनीति में आने का नहीं है.
इसलिए नहीं आएंगी राजनीति में?
कथा सुनाने ग्वालियर आईं जया किशोरी ने मीडिया के सवाल राजनीतिक पार्टियों से जुड़े लोगों द्वारा अपनी सत्ता को बचाने सत्ता लाभ के लिए संतों की शरण में जाने पर कहा कि अच्छी सोच के साथ कोई अगर किसी व्यक्ति के साथ जाता है तो उसमें किसी तरह की बुराई नहीं है, फिर वह व्यक्ति किसी भी क्षेत्र से जुड़ा हो चाहे बिजनेसमैन हो या साधारण व्यक्ति हो या फिर कोई संत हो. अच्छे मन से और अच्छे विचार से किसी से जुड़ने में कोई गलत बात नहीं है. वहीं उनके राजनीति में आने के सवाल पर जया किशोरी ने इनकार करते हुए कहा कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है.
यह भी पढ़ें...
ये भी पढ़ें: धूनीवाले दादाजी के दरबार में गुरू पूर्णिमा की धूम, भक्तों का लगा तांता, जुट रहे लाखों श्रद्धालु