अखिलेश पढ़ा-लिखा और शरीफ लड़का… दिग्विजय सिंह ने सपा से गठबंधन पर कह दी ये बड़ी बात
Digvijay Singh on Akhilesh Yadav: ‘लोकसभा का चुनाव ‘INDIA’ Alliance मिल के लड़ेगा लेकिन स्टेट के इलेक्शन्स में हमारे अलग-अलग इश्यू हैं. मुलायम सिंह जी की मुझ पर बड़ी कृपा थी. अखिलेश यादव और कांग्रेस के बीच छिड़े विवाद को लेकर दिग्विजय सिंह ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा- अखिलेश बेहद पढ़ा-लिखा, शरीफ, अच्छा लड़का […]
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Digvijay Singh on Akhilesh Yadav: ‘लोकसभा का चुनाव ‘INDIA’ Alliance मिल के लड़ेगा लेकिन स्टेट के इलेक्शन्स में हमारे अलग-अलग इश्यू हैं. मुलायम सिंह जी की मुझ पर बड़ी कृपा थी. अखिलेश यादव और कांग्रेस के बीच छिड़े विवाद को लेकर दिग्विजय सिंह ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा- अखिलेश बेहद पढ़ा-लिखा, शरीफ, अच्छा लड़का है. बात कहां बिगड़ गई मुझे नहीं पता है.” सपा-कांग्रेस गठबंधन पर पूछे गए सवाल के जवाब में ये बात पूर्व सीएम दिग्विजय ने कही. दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का गठबंधन क्यों नहीं हो पाया, इसे लेकर तमाम खुलासे किए हैं.
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन नहीं हो पाने के साथ ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच तलवारें खिंच गईं. कहा जाने लगा कि INDIA गठबंधन में दरार आ गई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इस लड़ाई को और हवा दे दी, जब उन्होंने कहा कि छोड़िए अखिलेश-वखिलेश को… अब दिग्विजय सिंह ने बताया कि आलाकमान से क्या बातचीत हुई थी. उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी को 4 सीटें देने पर सहमति बनी थी. उन्होंने राज्य में पार्टी के उम्मीदवारों के चयन को लेकर भी बात की है.
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कांग्रेस सपा को 4 सीटें देने काे तैयार थी: दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘समाजवादी पार्टी के लोग हमारे पास आए थे. वह कांग्रेस से 6 सीटें चाहते थे. 1 सीट वो जीतकर आए थे, 2 पर अच्छे वोट लेकर सपा आई थी. कांग्रेस उन्हें चार सीटें देने के लिए तैयार हो गई थी और इसको लेकर केंद्रीय नेतृत्व से बातचीत भी हो गई थी. उन्होंने इस समझौते को लेकर राज्य पर छोड़ दिया था. अखिलेश यादव शरीफ और अच्छा लड़का है. बात कहां पर बिगड़ी पता नहीं. दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि अखिलेश यादव बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे. कांग्रेस नेता का ये बयान पीसीसी चीफ कमलनाथ से मिलने के बाद सामने आया है.
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उम्मीदवारों के चयन में जैसी पारदर्शिता इस बार, वैसी कभी नहीं हुई
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘सबसे खराब काम उम्मीदवार का चयन होता है. अभी हर उम्मीदवार बताता है वह 25 हजार वोटों से कम पर नहीं जीतेगा. 4 हजार लोग थे, उनमें 230 कैसे चुने इसके लिए कोई परीक्षा नहीं हुई है. केवल संभावनाएं देखी जाती हैं कि वह जनता के बीच कितना रहा है, संगठन के लिए कितना काम किया है. इस बार बहुत पारदर्शी तरीके से चयन हुआ है. उन्हें 66 सीटों की जिम्मेदारी दी थी, जो हम लगातार हार रहे हैं.’
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इस बार हमारी तैयारी बेहद मजबूत: दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने यहां पर स्वीकार करते हुए बताया, ‘2018 में हमारी उतनी तैयारी नहीं थी, जितनी इस बार के चुनाव में. AICC प्रदेश स्क्रीनिंग कमेटी ने जिलों के प्रभारियों से मुलाकात की है, कभी ऐसा इतिहास में नहीं हुआ. हर असेंबली में हम लोग पहुंचे और सबसे राय-मशवरा लिया गया. इसके बाद ही टिकट बांटे गए. कमलनाथ ने 4 अलग-अलग एजेंसी से सर्वे कराया है. सितंबर 23 में सबसे आखिरी सर्वे हुआ. दिग्विजय सिंह ने सभी से हाथ जोड़कर निवेदन किया है कि सभी उम्मीदवार धैर्य और भरोसा रखें.’
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