MP में अस्पताल की बड़ी लापरवाही! खंडवा मेडिकल कॉलेज में बेड न मिलने पर महिला ने फर्श पर बच्चे को दिया जन्म
MP News: मध्य प्रदेश के खंडवा के मेडिकल कॉलेज से लापरवाही का एक मामला सामने आया है. यहां बेड न मिलने से एक गर्भवती महिला ने फर्श पर ही बच्चे को जन्म दे दिया. अब मामले में परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं. हालांकि राहत की बात ये रही कि मां और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं. वहीं, मामले में अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि उनके स्तर पर कोई लापरवाही नहीं हुई है.

MP News: मध्य प्रदेश के खंडवा के मेडिकल कॉलेज से एक बार फिर लापरवाही का मामला सामने आया है. दरअसल, शुक्रवार की रात मेडिकल कॉलेज में प्रसूति वार्ड में बेड न मिलने से एक महिला ने फर्श पर ही बच्चे को जन्म दे दिया. मामले में परिजनों ने अस्पताल स्टाफ और डॉक्टरों पर लापरवाही और प्रसव के लिए उचित सुविधा न देने का आरोप लगाया है. हालांकि इस बीच राहत की बात ये रही कि महिला और उसका बच्चा दोनों सुरक्षित हैं. अब प्रसूता के पति ने इस घटना की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज कराई है. इधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उनके स्तर पर कोई लापरवाही नहीं हुई है. लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने जांच के निर्देश दे दिए हैं.
दरअसल, खालवा ब्लॉक के चैनपुर निवासी सतीश यादव अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर पहुंचे थे. सतीश यादव का आरोप है कि अस्पताल में भर्ती करने के बाद भी स्टाफ ने उन्हें बेड उपलब्ध नहीं कराया और पत्नी की इलाज में देरी की. उन्होंने कहा कि डॉक्यूमेंट्स प्रक्रिया में उन्हें दो से ढाई घंटे लग गए और लेबर रूम में फाइल सबमिट होने के बाद भी जब उन्होंने बेड मांगा तो उन्हें कहा गया कि बेड नहीं है और खुद ही बेड पर कब्जा करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अस्पताल में प्रसव रूम में खाली जगह नहीं थी इसलिए उन्हें और उनकी पत्नी को पूरी रात ठंडे फर्श पर ही बितानी पड़ी.
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दर्द बढ़ने पर जमीन पर हुआ प्रसव
सतीश यादव के अनुसार उन्होंने सीजर के लिए भी कहा लेकिन स्टाफ ने उन्हें दर्द आने का इंतजार करने को कहा और दवाई मंगवाई. दर्द होने के बाद सुबह शिफ्ट चेंज हुई तो नए स्टाफ ने उनकी पत्नी को चल फिर को कहा और बेड से हटा दिया. सतीश यादव ने बताया कि इसके बाद उन्होंने पत्नी को फर्श लेटा हुआ देखा. उन्होंने कहा कि इसके बाद प्रसव पीड़ा बढ़ी तो पत्नी ने फर्श पर ही बैठे-बैठे बच्चे को जन्म दे दिया. डिलीवरी के दौरान फर्श पर खून फैल गया और काफी देर तक साफ-सफाई नहीं की गई. सतीश यादव ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि बच्चा स्वस्थ है.
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अस्पताल ने लापरवाही से किया इनकार
वहीं, घटना पर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर अनिरुद्ध कौशल ने कहा कि उनके स्तर पर कोई लापरवाही नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है. डॉक्टर कौशल ने बताया कि जब उसे व्हीलचेयर पर ट्राई रूम से डिलीवरी कक्ष में शिफ्ट किया जा रहा था तो इस दौरान महिला ने पति से मिलने के लिए थोड़ा समय मांगा. उसी समय उसकी डिलीवरी हो गई. उन्होंने कहा कि वर्तमान में बच्चा और जच्चा दोनों स्वस्थ हैं और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के निर्देश दे दिए गए हैं.
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