इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने फिर किया बड़ा दावा, 'राहुल अपने पिता राजीव गांधी से ज्यादा बुद्धिजीवी'
Sam Pitroda: इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने एक बार फिर से बड़ा दावा कर दिया है. सेम पित्रोदा का कहना है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी से अधिक बुद्धिजीवी हैं.
ADVERTISEMENT
न्यूज़ हाइलाइट्स
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने एक बार फिर से बड़ा दावा कर दिया है.
सेम पित्रोदा के अनुसार राहुल गांधी अपने पिता स्व.राजीव गांधी से अधिक बुद्धिजीवी हैं.
Sam Pitroda: इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने एक बार फिर से बड़ा दावा कर दिया है. सेम पित्रोदा का कहना है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी से अधिक बुद्धिजीवी हैं. सेम पित्रोदा लंबे समय तक गांधी परिवार के करीबी रहे हैं. सेम पित्रोदा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में यह भी दावा किया है कि राहुल गांधी में भविष्य का प्रधानमंत्री बनने के लायक सभी गुण हैं.
सेम पित्रोदा का कहना है कि राहुल गांधी और उनके पिता स्व. राजीव गांधी ये दोनों ही भारत के विचार के संरक्षक है. राहुल गांधी को राजनीतिक रूप से डैमेज करने के लिए बीजेपी ने काफी पैसा और श्रम खर्च किया है. राहुल गांधी ने अपनी विदेश यात्राओं के दौरान जो भी कहा या बयान दिए, उन्हें गलत संदर्भ में दिखाने की कोशिश बीजेपी ने हमेंशा ही की है. बीजेपी के लगाए सभी आरोप फर्जी हैं.
सेम पित्रोदा इस इंटरव्यू में कहते हैं कि राहुल गांधी 8-10 सितंबर तक अमेरिका का दौरा करेंगे. इस दौरान वह वाशिंगटन डीसी और डलास में जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय और टेक्सास विश्वविद्यालय सहित कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे. यह उनकी निजी यात्रा रहेगी. वे इस यात्रा के दौरान जो भी बातचीत करेंगे व्यक्तिगत स्तर पर ही करेंगे. इस दौरान राहुल गांधी प्रेस क्लब में स्थानीय पत्रकारों से भी चर्चा करेंगे.
आखिर सेम पित्रोदा को राहुल गांधी क्यों लगे अधिक बुद्धिजीवी
सेम पित्रोदा कहते हैं कि उन्हें राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह, वीपी सिंह, चंद्र शेखर और एचडी देवेगौड़ा जैसे कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का मौका मिला. कई प्रधानमंत्रियों को बहुत करीब से देखने का अवसर मिला लेकिन राहुल और राजीव के बीच अंतर शायद यह है कि राहुल कहीं अधिक बौद्धिक, विचारक हैं. राजीव थोड़ा अधिक काम करने वाले थे. उनका डीएनए एक जैसा है, उनकी चिंताएं एक जैसी हैं और लोगों के प्रति भावनाएं भी एक जैसी ही हैं. वे वास्तव में सभी के लिए एक बेहतर भारत बनाने में विश्वास करते हैं, वे वास्तव में सरल लोग हैं, उनकी कोई बड़ी व्यक्तिगत ज़रूरतें नहीं हैं.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
ये भी पढ़ें- विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का चुनाव लड़ना तय! राहुल गांधी से मुलाकात की तस्वीर आई सामने
ADVERTISEMENT