30 दिसंबर को सोमवती अमावस्या, ये गलतियां जीवन में कर सकती है बड़ा नुकसान!
Somvati Amavasya: इस बार सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर को पड़ रही है. हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को यह विशेष पर्व मनाया जाता है. इसे दर्श अमावस्या या पौष अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है.

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इस बार सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर को पड़ रही है. हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को यह विशेष पर्व मनाया जाता है. इसे दर्श अमावस्या या पौष अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है.

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इस दिन स्नान, दान और पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है. सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है.

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इस बार की सोमवती अमावस्या बेहद खास मानी जा रही है क्योंकि इस दिन वृद्धि योग, ध्रुव योग और शिववास योग का शुभ संयोग बन रहा है. इन योगों के कारण इस दिन का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व और अधिक बढ़ गया है.

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इन बातों का रखें ध्यान: सोमवती अमावस्या पर कुछ विशेष सावधानियां रखनी चाहिए ताकि पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो सके. आइए जानते हैं वे बातें जिनसे इस दिन बचना चाहिए.

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सूनसान स्थानों से बचें: अमावस्या के दिन ऐसा माना जाता है कि नकारात्मक शक्तियां अधिक सक्रिय रहती हैं. इसलिए इस दिन किसी भी सुनसान या अंधेरे स्थान से गुजरने से बचना चाहिए.

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सुबह जल्दी उठें और पूजन के बाद ही भोजन करें, इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और पूजा-अर्चना के बाद ही भोजन ग्रहण करें.

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शांति बनाए रखें: घर और आसपास का वातावरण शांतिपूर्ण रखें. इस दिन किसी भी प्रकार के विवाद, झगड़े या क्लेश से दूर रहें.

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मांस और मदिरा का सेवन न करें: सोमवती अमावस्या पर मांसाहार और मदिरापान पूरी तरह वर्जित है. साथ ही इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.

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इन बातों का ध्यान रखकर आप सोमवती अमावस्या का पूजन शुभ और फलदायी बना सकते हैं.







