ओडिशा: बेटियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल, रेप, आत्महत्या और जलाने की कोशिश के 3 सनसनीखेज मामले!
ओडिशा में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं बालासोर में अपराजिता की आत्महत्या, पुरी में युवती को जलाने की कोशिश और भुवनेश्वर में छात्रा से रेप ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. सरकार और प्रशासन की लापरवाही के बीच महिलाओं की सुरक्षा अब बड़ी चिंता बन चुकी है.
ADVERTISEMENT

ओडिशा में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. हाल ही में राज्य में तीन दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें एक छात्रा की आत्महत्या, दूसरी को जिंदा जलाने का प्रयास और तीसरी में दुष्कर्म का आरोप शामिल है. इन घटनाओं ने पूरे राज्य में आक्रोश पैदा कर दिया है और विपक्षी दल नवीन पटनायक सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं.
बालासोर: यौन उत्पीड़न से तंग आकर छात्रा ने की आत्महत्या
ओडिशा के बालासोर स्थित फकीर मोहन कॉलेज (ऑटोनोमस) में 20 साल की अपराजिता ने 12 जुलाई को अपने एचओडी समीर कुमार साहू के कथित यौन उत्पीड़न से परेशान होकर कॉलेज कैंपस में ही खुद को आग लगा ली थी.
95% झुलसी अपराजिता की 14 जुलाई की देर रात भुवनेश्वर एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई. इस मामले में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1 जुलाई की एक चिट्ठी में 71 छात्रों ने अपराजिता को कॉलेज से निलंबित करने की मांग की थी. यह घटना राज्य में यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने वाली छात्राओं की सुरक्षा पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाती है.
यह भी पढ़ें...
पुरी: अज्ञात बदमाशों ने छात्रा को जलाया
बालासोर का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि ओडिशा के पुरी में एक और खौफनाक वारदात सामने आई है. पुलिस के मुताबिक, बाइक सवार तीन अज्ञात युवकों ने एक छात्रा को जबरन उठाकर भार्गवी नदी के किनारे ले गए और उसे आग के हवाले कर दिया.
छात्रा की चीख-पुकार सुनकर स्थानीय लोग जब तक घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक पीड़िता करीब 70% तक झुलस चुकी थी, लेकिन होश में थी. पिपिली के सरकारी अस्पताल ने उसे एम्स भुवनेश्वर रेफर कर दिया, जहां फिलहाल उसका इलाज चल रहा है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
छात्रा के रिश्तेदार ने बताया कि वह किसी दोस्त को किताब देने निकली थी. उन्हें खबर मिली तो वे घटनास्थल पर पहुंचे और छात्रा को झुलसा हुआ पाया. इसके बाद उसे एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया. उन्हें नहीं पता कि यह किसने किया. यह घटना नुआगोपालपुर में हुई, जो उनके घर से एक किलोमीटर से भी कम दूरी पर है.
पुरी के पुलिस अधीक्षक पिनाक मिश्रा ने जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है और पुलिस व फॉरेंसिक टीम घटनास्थल से साक्ष्य जुटा रही है. इलाके में लगे निजी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है. ओडिशा के पूर्व सीएम और बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक ने पुरी की घटना को लेकर राज्य की बीजेपी सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं.
भुवनेश्वर: कांग्रेस छात्र संगठन अध्यक्ष पर दुष्कर्म का आरोप
इसी बीच, मंचेश्वर पुलिस ने ओडिशा में कांग्रेस पार्टी के छात्र संगठन के अध्यक्ष उदित प्रधान को 19 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया है. पीड़िता की शिकायत के अनुसार, यह घटना 18 मार्च 2025 को हुई थी. पीड़िता अपने दो दोस्तों के साथ मास्टर कैंटीन में उदित प्रधान से मिली थी.
इसके बाद वे सभी उदित के वाहन में नयापल्ली के एक होटल पहुंचे, जहां अन्य लोग शराब पी रहे थे. पीड़िता ने शराब पीने से इनकार कर दिया और उदित ने उसे एक सॉफ्ट ड्रिंक ऑफर किया, जिसमें कथित तौर पर नशीला पदार्थ मिला हुआ था.
शिकायत में कहा गया है कि ड्रिंक पीने के बाद पीड़िता को चक्कर आने लगे और उसने घर जाने की इच्छा जताई. हालांकि, उदित और अन्य लोगों ने उसे जाने से रोक लिया. इसके बाद वह बेहोश हो गई और होश में आने पर उसे एहसास हुआ कि उदित ने कथित तौर पर उसके साथ दुष्कर्म किया. जब पीड़िता ने इसका विरोध किया, तो उदित ने उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी.
पीड़िता डर की वजह से महीनों तक चुप रही, लेकिन बाद में हिम्मत जुटाकर मंचेश्वर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उदित को रविवार रात को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों बाद उन्हें एनएसयूआई अध्यक्ष पद से निलंबित कर दिया गया. इस मामले में बीजेपी ने उसे राहुल गांधी का 'बब्बर शेर' बताते हुए तंज कसा है.
इन तीनों घटनाओं ने ओडिशा में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है और इन मामलों में आगे की जांच जारी है. राज्य सरकार को इन घटनाओं पर गंभीरता से ध्यान देने और महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है.
ये भी पढ़ें: आखिर क्यों बरी हो गए मुंबई ट्रेन ब्लास्ट के सभी आरोपी? दिल दहला देने वाले धमाके में 189 लोगों की गई थी जान