क्या पाकिस्तान में आतंकियों को मरवा रहा भारत? ब्रिटिश अखबार के दावे पर हुए बवाल की कहानी जानिए
रिपोर्ट में दावा किया गया कि, खुफिया एजेंसी RAW को सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यालय आपरेट करता है. इसी के साथ दिल्ली से उन लोगों को निशाना बनाने के लिए ऑपरेशन चलाया गया है जिन्हें वो भारत का दुश्मन मानते है.

India is carrying out targeted killings: बीते दिन से ही सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल है. खबर यह है कि, भारत, पाकिस्तान में पनाह लिए अपने दुश्मनों का सफाया कर रहा है. दरअसल ब्रिटिश अखबार 'द गार्जियन' ने इसपर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें चौंकाने वाले खुलासे किए गए है. रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि, भारत सरकार पाकिस्तान में आतंकियों की हत्या करवा रही है. इसमे ये भी दावा किया गया है कि, भारतीय सरकार विदेशी धरती पर रहने वाले आतंकवादियों को खत्म करने के लिए एक व्यापक रणनीति बनाई है और उसी रणनीति के तहत पाकिस्तान में भी एक गुप्त ऑपरेशन चलाया जा रहा है. खुफिया अधिकारियों का दावा है कि, 2020 से अब तक इसके तहत करीब 20 हत्याएं की जा चुकी है. सोशल मीडिया पर इस खबर के वायरल होने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय(MEA) ने इसपर स्पष्टीकरण जारी करते हुए इन आरोपों का खंडन किया और दुर्भावनापूर्ण बताया है. आइए आपको बताते हैं इस पूरे मामले के साथ ही MEA ने इन आरोपों पर क्या कहा.
'विदेशों में अपने दुश्मनों का सफाया कर रहा भारत'
ब्रिटिश अखबार 'द गार्जियन' ने अपनी रिपोर्ट में भारतीय और पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के हवाले से एक बड़ा दावा किया है. इस रिपोर्ट में दोनों देशों के खुफिया अधिकारियों के साथ इंटरव्यू और पाकिस्तानी जांचकर्ताओं की तरफ से शेयर किए गए दस्तावेज का जिक्र किया है. इसमें कहा गया कि, भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) ने 2019 में हुए पुलवामा अटैक की घटना के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक प्लान बनाया और कथित तौर पर विदेशों में अपने दुश्मनों का खात्मा करने की कार्रवाई शुरू की. रिपोर्ट में कहा गया है कि, साल 2023 में लक्षित हत्याओं में काफी वृद्धि हुई है. पाकिस्तान के खुफिया सूत्रों ने भारत पर लगभग 15 लोगों की संदिग्ध मौतों में शामिल होने का आरोप लगाया है, जिनमें से अधिकांश को अज्ञात बंदूकधारियों ने करीब से गोली मार दी थी. पाकिस्तानी जांचकर्ताओं के मुताबिक ये मौतें ज्यादातर संयुक्त अरब अमीरात(UAE) से संचालित भारतीय खुफिया स्लीपर सेल के माध्यम से कराई गई थी.
रिपोर्ट में दावा किया गया कि, खुफिया एजेंसी RAW को सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यालय आपरेट करता है. इसी के साथ दिल्ली से उन लोगों को निशाना बनाने के लिए ऑपरेशन चलाया गया है जिन्हें वो भारत का दुश्मन मानते है.
इससे पहले कनाडा और अमेरिका भी लगा चुके है ऐसा आरोप
यह पहली बार नहीं है जब कोई देश या कोई विदेशी मीडिया भारत पर इस तरह के आरोप लगा रहे हो. पिछले दिनों अमेरिका और कनाडा ने भी भारत को लेकर कुछ इसी तरह के आरोप लगाए थे. कनाडा ने भारत पर एक सिख आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर समेत अन्य लोगों की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता का आरोप लगाया था. बता दें की 18 जून 2023 को कनाडा में एक गुरुद्वारे के बाहर निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कनाडा की तरह अमेरिका ने भी भारत पर एक अन्य सिख आतंकी की हत्या की कोशिश करने का आरोप लगाया था.
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'पुलवामा हमले के बाद एक्शन मोड में आया भारत'
विदेशों में लक्षित हत्याएं के शुरू होने के टाइम लाइन के बारे में रिपोर्ट में ये बताया गया है कि, 2019 में जब जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हमला हुआ उसके बाद से ही ये प्लान शुरू हुए. दरअसल कश्मीर में एक आत्मघाती हमलावर ने पुलवामा में एक सैन्य काफिले को निशाना बनाया था, जिसमें 40 CRPF के जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.
रिपोर्ट पर विदेश मंत्रालय ने दिया ये जवाब
विदेशी अखबार की भारत पर तथाकथित इन आरोपों के जवाब में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, ये आरोप 'झूठे और दुर्भावनापूर्ण भारत विरोधी प्रचार' है. मंत्रालय ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के पिछले बयान को भी रेखांकित किया जिसमें उन्होंने कहा था कि, अन्य देशों में टारगेटेड हत्याएं 'भारत सरकार की नीति न कभी थी न है'. वैसे भारत-पाकिस्तान संबंधों पर बीते चार अप्रैल को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि, 'चीन और पाकिस्तान को छोड़कर सभी पड़ोसियों के साथ भारत के संबंधों में पहले की तुलना में काफी सुधार हुआ है.










