जॉगिंग-स्किपिंग-साइकलिंग सब किया, पूरी रात सोई नहीं विनेश! फिर कैसे 100 ग्राम अधिक रह गया वजन?
Vinesh Phogat: जानकारी के मुताबिक, मंगलवार के मुकाबलों के लिए विनेश ने अपना वजन मेनटेन किया था. लेकिन नियम के अनुसार, पहलवानों को प्रतियोगिता के दोनों दिन अपने वजन वर्ग के भीतर रहना होगा. रिपोर्ट के मुताबिक विनेश का वजन मंगलवार की रात 50 किलो से करीब 2 किलो अधिक था.
ADVERTISEMENT
Vinesh Phogat: 50 KG वर्ग में फाइनल में पहुंचने के बाद आज विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, ओवरवेट होने की वजह से उन्हें अयोग्य ठहराया गया. आपको बता दें कि, आज उन्हें फाइनल मुकाबला खेलना था जिससे पहले ये जानकारी सामने आई. जानकारी के मुताबिक, विनेश का वजन लिमिट से करीब 100 ग्राम अधिक था जिसकी वजह से उन्हें अयोग्य ठहराया गया. ओलंपिक के नियमों के मुताबिक, फोगाट किसी भी पदक के लिए भी पात्र नहीं होंगी और 50 किग्रा वर्ग में सिर्फ स्वर्ण और कांस्य पदक विजेता होंगे.
पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा- विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा हैं.'
IOA ने क्या कहा?
भारतीय ओलंपिक संघ(IOA) ने कहा, 'यह दुख की बात है कि भारतीय दल महिला कुश्ती 50 किग्रा वर्ग से विनेश फोगट की अयोग्यता की खबर साझा कर रहा है. टीम के रात भर के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, आज सुबह उसका वजन 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम अधिक था. इस समय कोई और टिप्पणी नहीं की जाएगी. भारतीय टीम आपसे विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करती है. हम मौजूदा प्रतियोगिताओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहेंगे.
ADVERTISEMENT
कितना था वजन? कैसे हुई अयोग्य?
इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार के मुकाबलों के लिए विनेश ने अपना वजन मेनटेन किया था. लेकिन नियम के अनुसार, पहलवानों को प्रतियोगिता के दोनों दिन अपने वजन वर्ग के भीतर रहना होगा. रिपोर्ट के मुताबिक विनेश का वजन मंगलवार की रात 50 किलो से करीब 2 किलो अधिक था. वह पूरी रात सोई नहीं और मानदंडों को पूरा करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार जॉगिंग से लेकर स्किपिंग और साइकिलिंग तक सब कुछ किया. हालांकि इसके बाद भी उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा रह गया.
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें आखिरी 100 ग्राम कम करने का मौका देने के लिए ओलंपिक समिति से थोड़ा और समय देने का अनुरोध किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
क्यों नहीं मिलेगा कोई पदक?
ESPN की रिपोर्ट के मुताबिक, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग की नियम पुस्तिका के अनुच्छेद 11 में कहा गया है कि, जो एथलीट वजन में कटौती नहीं करेगा उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाएगा. 'यदि कोई एथलीट वेट-इन (पहले या दूसरे वेट-इन) में भाग नहीं लेता है या असफल हो जाता है, तो उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाएगा और बिना रैंक के अंतिम स्थान पर रखा जाएगा.'
ADVERTISEMENT
इसका मतलब है कि विनेश को कोई पदक नहीं मिलेगा. अब 50 किग्रा वर्ग में एक स्वर्ण पदक और दो कांस्य पदक दिए किए जाएंगे. यानी अब अमेरिकी रेसलर सारा हिल्डेब्रांट को बिना लड़े ही गोल्ड मेडल मिलेगा.
ADVERTISEMENT