नागौर: ज्योति मिर्धा ने दिया बड़ा बयान, बोलीं- हनुमान बेनीवाल का बिगड़ गया है अलाइमेंट
नागौर लोकसभा क्षेत्र में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल और बीजेपी प्रत्याशी डॉ. ज्योति मिर्धा के बीच मुकाबला रोचक होने के साथ ही बयानबाजी भी गरमा गई है.
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नागौर लोकसभा क्षेत्र में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) और बीजेपी प्रत्याशी डॉ. ज्योति मिर्धा (Jyoti Mirdha) के बीच मुकाबला रोचक हो गया है. मतदान की तारीख नजदीक आते-आते बयानबाजी भी गरमा गई है. बीजेपी (BJP) प्रत्याशी डॉ. ज्योति मिर्धा ने बलायां गांव की चुनावी सभा में हनुमान बेनीवाल पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंन कहा कि वो जो राजनीति करते हैं, लेकिन उसका कोई सार नहीं है. वैसे भी फिलहाल इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A Alliance) प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल का तो एलाइनमेंट बिगड़ा हुआ है. बेनीवाल ने पहले मुझको, फिर दिव्या मदेरणा, फिर परसराम मदेरणा और नाथूराम मिर्धा को गालियां दीं. लेकिन कोई बात नहीं ठीक है, सुन लिया.
मिर्धा ने कहा "अब तो वो नए सिरे से शुरु हो गए हैं, जो भी समर्थन देने आता है उसे गालियां देना शुरु कर देते हैं. राजाराम मील बीजेपी को समर्थन देने आए तो उन पर तेल-पानी लेकर चढ़ गए और कहने लगे कि उन्होंने पैर पकड़े तो लाठर डीजीपी बने."
बीजेपी प्रत्याशी ने सवाल करते हुए कहा कि इनको पूछना चाहिए कि आप कौन होते हैं डीजीपी बनाने वाले? इनको बताना चाहिए कि अशोक गहलोत के साथ इनकी घालमेल थी. इनकी अशोक गहलोत के पास इतनी सिफारिश चलती थी? सरकार में मूंडवा पंचायत समिति के सरपंचों के अटके हुए जनहित के बजट को जारी करवाना चाहिए था. इनकी कथनी और करनी में बहुत ज्यादा फर्क है."
उपराष्ट्रपति पर टिपण्णी के मामले में भी घेरा
डॉ. मिर्धा बोलीं कि बेनीवाल ने उपराष्ट्रपति के बारे में टिप्पणी की. उनको पार्टी से तकलीफ है तो अलग बात है. लेकिन अगर हमारे समाज के व्यक्ति को देश में नंबर 2 का पद मिलता है तो उनका आदर करना चाहिए. उनको हल्का-भारी नहीं बोलना चाहिए. वो उपराष्ट्रपति हैं, उन्हें सरपंच का चुनाव जीतने की जरुरत नहीं है. हमारी तो शुभकामनाएं हैं कि वो कभी देश के राष्ट्रपति बनें और हमारे समाज का नाम ऊंचा करें.
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बेनीवाल के इस बयान पर बरसीं ज्योति मिर्धा
बता दें कि नागौर लोकसभा क्षेत्र के लाडनूं विधानसभा क्षेत्र के लालासरी गांव में हनुमान बेनीवाल ने सभा के दौरान बड़ा बयान दे दिया था. 14 अप्रैल को उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ को चुनौती देते हुए कहा था "जगदीप धनकड़ अपने गांव से यदि सरपंच का चुनाव जीतकर बता दें, तो हम मान लेंगे कि उनके पास वोट हैं. ज्यादा दूर नहीं, इधर झुंझनू के रहने वाले हैं." साथ ही जाट महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राजाराम मील पर भी जमकर जुबानी हमला बोला था. बेनीवाल ने यहां तक कह दिया था कि पहले अशोक गहलोत के तलवे चाटे, फिर मेरे पास आकर मेरे पैर पकड़े. तब लाठर को डीजीपी बनवाया. इस दौरान उन्होंने पास बैठे लाडनूं के कांग्रेस पार्टी के विधायक से भी हामी भरवा दी.
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