पायलट कैंप के MLA दीपेंद्र सिंह बोले- दबाव में विधायकों के इस्तीफे पर होनी चाहिए जांच
Rajasthan political crisis: राजस्थान हाईकोर्ट में दिए गए एफिडेविट के बाद विधायकों के दबाव में इस्तीफे के सवाल पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कथित तौर पर पायलट खेमे के विधायक दीपेंद्र सिंह ने जांच की मांग की है. दीपेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि उनपर किसी ने कोई दबाव नहीं बनाया था. हालांकि यदि दबाव […]

Rajasthan political crisis: राजस्थान हाईकोर्ट में दिए गए एफिडेविट के बाद विधायकों के दबाव में इस्तीफे के सवाल पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कथित तौर पर पायलट खेमे के विधायक दीपेंद्र सिंह ने जांच की मांग की है. दीपेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि उनपर किसी ने कोई दबाव नहीं बनाया था. हालांकि यदि दबाव में इस्तीफे हुए हैं तो इसपर जांच होनी चाहिए.
दीपेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले दिनों जो घटनाक्रम चला है उससे सभी दुखी हैं. ये जो इस्तीफे हुए थे, अब कहते हैं स्वेच्छा से नहीं हुए. स्वेच्छा से भी हुए हैं और नहीं भी हुए हैं तो भी जो घटनाक्रम चला वो बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है.
25 सितंबर को जो चीजें हुई हैं, निश्चित रूप से सभी लोगों को तकलीफ हुई है. अब हाईकमान इसका संज्ञान लेगा. जांच भी करने की बात कर रहे हैं.
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पिछले 50 सालों में ऐसा कभी नहीं देखा- शेखावत
दीपेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि ऐसा मैंने पहले कभी नहीं देखा. 50 वर्षों से मैं भी राजनीति में सक्रिय हूं. आज जिन परिस्थितियों में हम चल रहे हैं देश में बीजेपी का बहुत बड़ा षड्यंत्र सरकार को बदलने का है. उम्मीद है कामयाब नहीं हो सकेगा.
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हाईकमान पर विश्वास है- शेखावत
दीपेंद्र सिंह शेखावत ने कहा- मुझे हाई कमान पर पूरा विश्वास है. दबाव से इस्तीफा जांच का विषय है. जांच होनी चाहिए. विस अध्यक्ष को जब इस्तीफे दिए जाते हैं तो पहली बात तो ये है कि वे स्वेच्छा से हों. फिर निर्णय विधानसभा अध्यक्ष के विवेक पर होता है. इस तरह के प्रकरण कभी न्यायालय में गए नहीं हैं. जहां तक दबाव का सवाल है तो मैं नहीं जानता हूं कि किसका दबाव है. वो तो जांच के बाद ही पता चल सकता है.
मेरे ऊपर नहीं था किसी का दबाव- दीपेंद्र सिंह
दीपेंद्र सिंह ने आगे कहा- हमारे ऊपर किसी ने दबाव नहीं बनाया. हमें संदेश मिला कि मुख्यमंत्री के यहां विधायक दल की मीटिंग है आप आइए. काफी देर तक हम वहां बैठे रहे. फिर अंदर से संदेश आया कि मीटिंग नहीं होगी. हमारे ऊपर किसी तरह का दबाव नहीं था.
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