Reet Paper Leak: रीट पेपर लीक में SOG को बड़ी सफलता! आरोपी ने उगले राज तो इन भर्ती परीक्षाओं पर भी खड़े हुए सवाल
भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का मामला पिछले कई वर्षों से चर्चा में है. अब इस मामले में जांच भी तेज हो गई है. ऐसे ही रीट परीक्षा में डमी केंडिडेट बैठाए जाने के मामले में एसओजी ने कोटा में तैनात रहे राजस्वकर्मी और टोंक जिले के बिलौता गांव के निवासी हनुमान मीणा से कई राज उगलवाए हैं.
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भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का मामला पिछले कई वर्षों से चर्चा में है. अब इस मामले में जांच भी तेज हो गई है. ऐसे ही रीट परीक्षा में डमी केंडिडेट बैठाए जाने के मामले में एसओजी ने कोटा में तैनात रहे राजस्वकर्मी और टोंक जिले के बिलौता गांव के निवासी हनुमान मीणा से कई राज उगलवाए हैं. बता दें कि हनुमान ने टोंक में बिलौता निवासी राम लाल मीणा की जगह डमी कैंडिडेट की व्यवस्था की थी. जिसे लेकर टोंक में प्रकरण भी दर्ज हुआ. एसओजी पिछले चार दिनों से इस मामले में पूछताछ कर रही है. जिसमें सामने आया है कि उसने रीट ही नहीं बल्कि लिपिक, पटवारी और एसआई भर्ती परीक्षा में भी डमी केंडिडेट बैठाया है.
दरअसल, दस्तावेज़ जांच के दौरान फर्जीवाड़ा पकड़ आने के बाद आरपीएससी के अनुभाग अधिकारी ने अजमेर के सिविल लाइंस थाने में जीरो एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसका का प्रकरण टोंक जिला मुख्यालय स्थित कोतवाली थाने में दर्ज किया गया था. इस मामले में आरोपी रामलाल मीणा की गिरफ्तारी होने के बाद हनुमान मीणा की भूमिका का भी ख़ुलासा हुआ था.
जांच अधिकारी और एएसपी गीता चौधरी ने बताया कि दर्ज प्रकरण को लेकर रिमांड पर चल रहे हनुमान मीणा का जालौर व सांचौर कनेक्शन भी सामने आया है. रामलाल के लिए जिस डमी केंडिडेट को टोंक के दरबार स्थित परीक्षा केंद्र पर बिठाया गया था, वह सांचौर का रहने वाला प्रवीण विश्नोई था. साथ ही यह भी खुलासा हुआ है कि प्रवीण विश्नोई के लिये बिचौलिये का काम जालौर निवासी महेंद्र विश्नोई ने किया था.
वहीं, आरोपी हनुमान मीणा की 4 दिन की रिमांड खत्म होने के बाद उसकी रिमांड को आगे बढ़ा दिया गया है. रिमांड खत्म होने के बाद सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया था, जहां कोर्ट ने उसे रिमांड पर सौंपा. गौरतलब है कि एसओजी ने हनुमान मीणा की गिरफ्तारी पर 50 हजार का ईनाम घोषित था.