Rajasthan Politics: रविंद्रसिंह भाटी को लेकर BJP ने दिए बड़े संकेत, भाजपा प्रभारी के इस बयान से हलचल तेज
Rajasthan Politics: राजस्थान में बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट (Barmer-Jaisalmer Lok Sabha seat) काफी चर्चित सीट बनी हुई है. बीजेपी-कांग्रेस दोनों प्रमुख पार्टियों की निगाहें इस सीट पर हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी से बागी और शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्रसिंह भाटी (Ravindra singh Bhati) के इस चुनाव में ताल ठोकने से यहां का मुकाबला बड़ा दिलचस्प हो गया है.
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Rajasthan Politics: राजस्थान में बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट काफी चर्चित सीट बनी हुई है. बीजेपी-कांग्रेस दोनों प्रमुख पार्टियों की निगाहें इस सीट पर हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी से बागी और शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्रसिंह भाटी के इस चुनाव में ताल ठोकने से यहां का मुकाबला बड़ा दिलचस्प हो गया है. मंगलवार को बीजेपी राजस्थान के चुनाव प्रभारी डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने बाड़मेर पहुंचकर बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं का फीडबैक लिया. उन्होंने राजस्थान तक से खास बातचीत के कहा कि 10 साल पहले क्या स्थिति थी. भ्रष्टाचार, कांड, हर रोज कोई करप्शन के केस अब करप्शन करने वाले जेल में हैं और साफ सुथरे लोग सत्ता में हैं. इसलिए ही यह क्रम चलता रहे.
डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि 'राजस्थान में 25 की 25 सीटें जीतने की हैट्रिक तो होनी ही होनी है. क्योंकि इसका आत्मविश्वास हमारे परिश्रम के कारण है, हमारे काम के कारण है. हमारे देश में पॉलिटिक्स और परफॉर्मेंस की बात करने वाला एकमात्र दल है, वो हैं भारतीय जनता पार्टी. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री पर डॉ. विनय ने तंज कसते हुए कहा कि 'मुझे बताइए कि कभी हमारे अशोक गहलोत ने कहा कि मुझे काम के आधार पर वोट दो ? अगर, कहते तो लोग उनको वोट देते ही नहीं. क्योंकि उनका कुछ काम ही नहीं है. तो कैसे वोट देते उनको, यह सब विपक्ष के लोगों की स्थिति है.' इसलिए मैं मानता हूं कि हमने काम किया है, जनता की सेवा की है, सबका साथ सबका विकास का मंत्र वास्तविकता में उतारा है. इसलिए ही समाज का हर तबका जिसने मन में ठान लिया हैं कि हम फिर एक बार मोदी जी की सरकार बनाएंगे.
रविंद्रसिंह भाटी के सवाल पर दिया ये जवाब
बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह भाटी को लेकर जब सवाल पूछा गया तो बीजेपी राजस्थान के चुनाव प्रभारी डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि 'वोट डाले जाने के पहले तक हम सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर चलते हैं. हम ये मानते हैं कि सब लोग हमारे साथ आएंगे. अगर नहीं आते हैं तो ये उनका निर्णय होता है और लोकतंत्र में हर निर्णय का सम्मान होता है. मगर, जीत हमारे उम्मीदवार की तय है, इसको कोई बदल नहीं सकता.'
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