Rajasthan: वसुंधरा राजे ने किसके लिए कह दी पीतल की लौंग वाली कहावत, राजनीति में मचा बवाल!
मौका था सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर के नागरिक अभिनंदन समारोह का. जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में भाजपा के नेताओं ने ओम माथुर के साथ बीते पलों को याद किया.
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न्यूज़ हाइलाइट्स
लंबे समय बाद वसुंधरा राजे पार्टी के मंच पर आईं और बड़ा बयान देकर चर्चा में बनीं.
राजे बोलीं- कई लोगों को पीतल की लौंग क्या मिल जाती है खुद को सर्राफा समझ बैठते हैं.
अब चर्चा इस बात की है कि वसुंधरा राजे ने ये बात किसके लिए कही है?
लंबे समय बाद राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (vasundhra raje) मंच पर आईं और ऐसी बात कह गईं कि प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया है. राजनैतिक गलियारों में इस बयान की चर्चा जोरों पर है. राजे यहीं नहीं रूकीं. बयान देने के बाद उन्होंने वो कहावत सोशल मीडिया 'X' पर ट्वीट भी कर दी. अब इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. राजस्थान बीजेपी के अलावा कांग्रेस में भी ये बयान चर्चाओं में है.
मौका था सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर (Om mathur) के नागरिक अभिनंदन समारोह का. जयपुर (jaipur) के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में भाजपा के नेताओं ने ओम माथुर के साथ बीते पलों को याद किया. इस दौरान हास-परिहास का भी दौर चला. खूब ठहाके भी लगे. वहीं पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के एक बयान ने राजनैतिक सरगर्मी बढ़ा दी.
अरसे बाद मंच पर आईं राजे ने कह दी ये बात
इधर वसुंधरा राजे ने मंच पर आते ही कहा कि ओम माथुर चाहे कितनी ही बुलंदियों पर पहुंच जाएं पर आपने अपने पैर को धरातल पर रखने का काम किया है. ये हॉल आज इसलिए भरा है क्योंकि इनके चाहने वालों की संख्या भी असंख्य है. राजे ने कहा- 'कई लोगों को पीतल की लौंग क्या मिल जाती है अपने आप को सर्राफा समझ बैठते हैं.' वसुंधरा राजे यहीं नहीं रूकीं. उन्होंने खुद को सर्राफा समझने वालों को एक नसीहत भी दी. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को ओम मथुर से सीख लेनी चाहिए. राजे ने आगे कहा- 'चाहत भले ही आसमान छूने की रखो पर पांव हमेशा जमीन पर रखो'
माना जा रहा है कि राजे का ये तंज उनके विरोधियों के लिए था. राजस्थान विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे राजनैतिक रैलियों के मंचों पर और खासकर पीएम मोदी के मंचों पर हासिए पर ही रहीं. वहीं उनके विरोधी मंचों पर मुखर रहे. राजे मुख्यमंत्री की रेस में थीं पर ऐन मौके पर राजनाथ सिंह ने भजनलाल शर्मा के नाम वाली पर्ची जब राजे के हाथों में दी तो उनका चेहरा उतर गया. चर्चा है कि ओम माथुर के बहाने वसुंधरा राजे ने विरोधियों को बता दिया है कि वे पीतल की लौंग मिल जाने से सर्राफा नहीं हो गए हैं.
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राजे से मेरा आमरस जैसा संबंध- तिवाड़ी
कार्यक्रम में घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि वसुंधरा राजे से मेरा संबंध आमरस जैसा है. आमरस मीठा भी होता है और खट्टा भी, लेकिन हेल्थ के लिए बहुत अच्छा होता है. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा किओम माथुर से पहली मुलाकात विद्यार्थी परिषद में हुई थी.
यहां देखें वसुंधरा राजे का पीतल की लौंग वाला वो बयान
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