Rajasthan Election 2023: गुर्जर बाहुल्य इलाकों में बंपर वोटिंग के पीछे पायलट फैक्टर या कोई और वजह ?
Rajasthan Election 2023: 3% more voting in Gurjar dominated areas, Sachin Pilot or some other reason?
ADVERTISEMENT
Rajasthan Election 2023: 3% more voting in Gurjar dominated areas, Sachin Pilot or some other reason?
Rajasthan election 2023: इस बार के विधानसभा चुनाव (Rajasthan election 2023) में कांग्रेस हो या बीजेपी, दोनों ने ही गुर्जर वोटरों को साधने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. राजस्थान (Rajasthan news) में भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, जयपुर, टोंक, दौसा, कोटा, भीलवाड़ा, बूंदी, अजमेर और झुंझुनू जिलों को गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है. कहा यह भी जा रहा है कि कहीं ना कहीं गुर्जर समाज इस बात को लेकर नाराज है कि कांग्रेस ने सचिन पायलट को सीएम नहीं बनाया. सियासी जानाकरों का कहना है कि विधानसभा चुनाव 2018 में गुर्जरों ने कांग्रेस को इसी आस पर वोट दिया था कि साल 2018 में पायलट को सीएम बनाया जाएगा. लेकिन कुर्सी अशोक गहलोत को मिली. जिसके बाद यहीं से गुर्जरों की नाराजगी शुरू हो गई.
खास बात यह है कि राजस्थान में गुर्जर वोटरों को साधने के लिए पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के अंतिम समय में हर संभव कोशिश की. पीएम मोदी ने बार-बार राजेश पायलट और सचिन पायलट का जिक्र कर कांग्रेस को घेरा. साथ ही पीएम मोदी गुर्जर समुदाय के आराध्य भगवान देवनारायण की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने भी पहुंचे थे.
इस बीच राजनैतिक सरगर्मीं ऐसी बढ़ गई कि जवाब देने के लिए खुद पायलट को आगे आना पड़ा. पायलट को कहना पड़ा कि पीएम मोदी मेरी चिंता नहीं करें. मेरी पार्टी और जनता मेरी चिंता करेगी. वहीं, सीएम गहलोत भी गुर्जर समुदाय के बीच वर्चस्व बढ़ाने में लगे हुए थे. उन्होंने भगवान देवनारायण की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित कर गुर्जर समाज को हितैषी दिखाने की कोशिश की.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
कांग्रेस-बीजेपी के अलग-अलग दावे
यदि इस बार के चुनाव की बात करें तो इस बार गुर्जर बाहुल्य प्रदेश की करीब 46 सीटों पर अधिकांश में मतदान में बढ़ोतरी हुई है. राजनीतिक विश्लेषक इसके अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं. जबकि कांग्रेस और बीजेपी का दावा है कि वोटिंग बढ़ने से उन्हें फायदा होगा.
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनावों में 46 में से 32 सीटों पर कांग्रेस और उसके साथ आए विधायक जीते थे. इसमें पूर्वी राजस्थान के 7 जिलों की 39 सीट शामिल हैं। अब वोटिंग परसेंट बढ़ने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस अपने पक्ष में बढ़त का दावा कर रही है। अब गुर्जर समाज ने किसके पक्ष में वोटिंग की है ये तो चुनाव परिणाम बता ही देंगे कि इस विधानसभा चुनाव में गुर्जर समाज का वोट किधर गया। आपका इसे लेकर क्या कुछ कहना है, कॉमेंट बॉक्स में हमें लिखकर बता सकते हैं।
ADVERTISEMENT
Rajasthan Election 2023: 3% more voting in Gurjar dominated areas, Sachin Pilot or some other reason?
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT