Video: राजस्थानी छोरे की हो रही थी विदेशी मैम से शादी, ऐसा क्या हुआ कि मंडप में हो गई दौड़-भाग?

Sandeep Mina

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foreign girl Marriages with rajasthani boy: राजस्थान में दौसा जिले के एक युवक की शादी पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है.

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Foreign girl Marriages with rajasthani boy: राजस्थान में दौसा (dausa) जिले के एक युवक की शादी पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है. दरअसल, हुआ यूं कि साल 2019 में इटली की क्रिस्टीना पढ़ाई के सिलसिले में जयपुर आई थी. इस दौरान उसकी मुलाकात दौसा के मेहंदीपुर बालाजी में रहने वाले ऋतुराज से हो गई. पहले दोनों के बीच दोस्ती हुई और बाद में धीरे-धीरे क्रिस्टीना ऋतुराज को दिल दे बैठी. अब दोनों ने 6 मार्च को जैसलमेर में 7 फेरे लेकर शादी कर ली. दौसा के युवक का विदेशी युवती से शादी का एक वीडियो (marriage viral video) सामने आया है जिसमें ऋतुराज और क्रिस्टीना के परिजन शादी को जमकर इंजॉय कर रहे हैं.

शादी में क्रिस्टीना के भाई और बहन दुल्हन के रूप में उसे मंडप तक लेकर पहुंचे. वहीं क्रिस्टीना के माता-पिता ने कन्यादान की रस्म निभाई. इसके बाद पंडित ने क्रिस्टीना और ऋतुराज को मंत्रोच्चार के साथ 7 फेरों की रस्म अदा करवाई. फेरों के समय मंडल के पास जूते चोरी की रस्म के दौरान दूल्हे और दुल्हन के परिवार के लोगों के बीच भगदड़ सी मच गई. इस दौरान एक युवक जमीन पर नीचे गिर गया. लेकिन फिर भी लोग रस्म का मजा लेते रहे. विदेशी मेहमानों के साथ शादी में रस्म का यह वीडियो काफी रोमांचित करने वाला है.

शादी की रस्मों को देख रोमांचित हुए विदेशी

क्रिस्टीना ने बताया कि उनके परिवार और दोस्तों को मिलाकर 30 लोग इटली से जैसलमेर आए है. सभी लोग बहुत खुश हैं. वे भारतीय परंपरा और हिन्दू रीति रिवाज के साथ शादी की रस्मों को होते देख काफी रोमांचित हैं. सभी को बहुत बढ़िया लग रहा है. क्रिस्टीना की बहन लिसा ने बताया कि शादी में परिवार के साथ बहुत इंजॉय किया है. यहां का डांस, म्यूजिक, कपड़े और रीति रिवाज बहुत पसंद आ रहा है.

जैसलमेर को ही इसलिए चुना वेडिंग डेस्टिनेशन

क्रिस्टीना ने बताया कि वो अपनी इकोनॉमिक्स की पढ़ाई के दौरान एक प्रोजेक्ट पर काम के सिलसिले में पिछले साल जैसलमेर आई थी. उस समय यहां का कल्चर, संस्कृति और परंपरा से वह काफी प्रभावित हो गई. ऐसे में क्रिस्टीना ने ऋतुराज को जैसलमेर में ही शादी करने के लिए मनाया. 6 मार्च को ऋतुराज ने घोड़ी पर बैठकर जैसलमेर के बेरा हाउस में तोरण मारा. वहीं दुल्हन के माता-पिता ने भी अपने दामाद और उसके परिवार वालों का हिंदू रिती-रिवाज से स्वागत किया. इतना ही नहीं ऋतुराज की विदेशी सास ने भी अपने दामाद की नांक खींचने की परंपरा बखूबी निभाई. 

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