'लड़की 25 की उम्र तक 4 जगह मुंह मार चुकी होती है', कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बयान पर घमासान, जानें क्या पूरा मामला
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के लड़कियों की शादी की उम्र और चरित्र पर दिए गए विवादित बयान, खासकर '25 साल तक होते-होते बच्ची चार जगह मुंह मार चुकी होती है' वाली टिप्पणी पर समाजवादी पार्टी ने कड़ा विरोध जताया है.
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Akhilesh Yadav vs Aniruddhacharya: कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज इन दिनों समाजवादी पार्टी (सपा) के निशाने पर हैं. अखिलेश यादव से विवाद के बाद अब उनका एक और वीडियो पर जमकर बवाल मचा हुआ है. उस वीडियो में अनिरुद्धाचार्य ने लड़कियों की शादी की उम्र और उनके चरित्र पर बात करते आपत्तिजनक टिप्पणी की है.
क्या है अनिरुद्धाचार्य का विवादित बयान?
ताजा विवाद एक वायरल वीडियो से शुरू हुआ है, जिसे समाजवादी पार्टी के घोसी सांसद राजीव राय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है. इस वीडियो में अनिरुद्धाचार्य लड़कियों की शादी की उम्र कम करने पर अपनी राय देते हुए कहा हैं, "अब हम शादी करके 25 साल की लड़कियां लाते हैं. 25 साल तक होते होते बच्ची चार जगह मुंह मार चुकी होती है, जवानी मे फिसल चुकी होती हैं.
उन्होंने इसके समर्थन में एक कथित घटना का भी जिक्र किया, जिसमें एक लड़की हनीमून मनाने गई थी, लेकिन वह पहले से किसी और के साथ रह चुकी थी. उस वीडिये में अनिरुद्धाचार्य इस बात की दलील दे रहे हैं कि लड़कियों की शादी 16 साल से पहले कर देनी चाहिए.
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कानूनी प्रावधान और सपा का विरोध
भारतीय कानून के मुताबिक, लड़कियों की शादी की कानूनी उम्र 18 साल और लड़कों की 21 साल है. बाल विवाह करना एक कानूनी अपराध है. इतना ही नहीं, बाल विवाह निषेध संशोधन 2021 में लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 करने का प्रस्ताव भी रखा गया है जो अभी पारित नहीं हुआ है.
ऐसे में अनिरुद्धाचार्य के इस तरह के बयान पर सपा ने कड़ा रुख अपनाया है. सांसद राजीव राय ने इस बयान की कड़ी निंदा करते हुए महिला आयोग, महिला बाल विकास मंत्रालय और यूपी पुलिस से इस पर संज्ञान लेने की मांग की है. उन्होंने कहा, "हमारी बहन-बेटियों को ऐसे लोग चरित्र प्रमाण पत्र देंगे? अगर संज्ञान नहीं लेंगे, तो क्या महिला आयोग और महिला मंत्रालय इस बात से सहमत हैं कि ऐसे हमारे देश के संस्कार हैं?"
सपा और अनिरुद्धाचार्य के बीच पुराना टकराव
यह पहली बार नहीं है जब सपा और अनिरुद्धाचार्य आमने-सामने हैं. उनके बीच का संघर्ष एक पुराने वायरल वीडियो से शुरू हुआ था, जो 2023 का है.
उस वीडियो में अनिरुद्धाचार्य, सपा मुखिया अखिलेश यादव को ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र के हिसाब से वर्ण व्यवस्था समझाने लगे थे. इस पर अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए कहा था, "बाबा हमारा और आपका रास्ता अलग है. आगे से शूद्र मत कहना."
इस घटना के बाद अनिरुद्धाचार्य ने मंच से पलटवार करते हुए कहा था कि अखिलेश यादव उनसे तो कहते हैं कि उनका रास्ता अलग है, लेकिन मुसलमानों से नहीं कहेंगे कि तुम्हारा रास्ता अलग है. उन्होंने कहा था, "सोचिए जब राजाओं के अंदर ऐसा द्वेष है. इन राजाओं से इस देश का कैसे कल्याण होगा? प्रजा की सेवा कैसे करेंगे?"
अखिलेश यादव की चुप्पी और सपा नेताओं की प्रतिक्रिया
हालांकि इस पूरे विवाद पर अखिलेश यादव ने अभी तक कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन समाजवादी पार्टी के नेता और समर्थक लगातार अनिरुद्धाचार्य पर निशाना साध रहे हैं. सपा सांसद प्रिया सरोज ने लिखा, "जब एक बाबा कृष्ण जी का नाम बताने में असफल हो जाता है तो अपनी छवि सुधारने के लिए वो राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का नाम हिंदू मुस्लिम जोड़कर देश प्रदेश का माहौल खराब कर देता है. यही सिखाता है अपने प्रवचन में."
यह विवाद अब एक गंभीर मोड़ ले चुका है, जिसमें महिलाओं के सम्मान, कानूनी प्रावधानों और राजनीतिक बयानबाजियों का मिश्रण देखने को मिल रहा है. आगे देखना होगा कि इस मामले पर और क्या प्रतिक्रियाएं आती हैं और एजेंसियां इस पर क्या कार्रवाई करती हैं.