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प्रदेश के शिव मंदिरों में भक्तों का तांता रहा. आइए जानते हैं कुछ खास मंदिरों के बारे में.
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रायसेन के भोजपुर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ थी. यहां सबसे बड़ा शिवलिंग है.
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जबलपुर में अचलेश्वर की 85 फीट ऊंची मूर्ति है. गुफा में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन होते हैं.
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सीहोर बढियाखेड़ी में 1 शिवलिंग में 1000 शिवलिंग समाहित हैं. इसे सहस्त्रलिंगम कहते हैं.
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छिंदवाड़ा का पातालेश्वर मंदिर 300 साल पुराना है. रात्रि 3 बजे से भक्तों का तांता लगा रहा.
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इंदौर के गेंदेश्वर मंदिर में भक्तों का जमावड़ा था. तांडव आरती मंदिर का मुख्य आकर्षण है.
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जबलपुर में भेड़ाघाट के पास चौसठ योगिनी मंदिर स्थित है. यहां शिव पार्वती दूल्हा दुल्हन के रूप में हैं.
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उज्जैन के महाकाल को दूल्हे की तरह सजाया जाता है. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए भारी भीड़ थी.
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