फोटो: संदीप कुलश्रेष्ठ
नागपंचमी के मौके पर उज्जैन के एक नाग मंदिर में दर्शन करने का खास महत्व माना जाता है.
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ये है महाकाल मंदिर के ऊपर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर, जो मात्र 24 घंटों के लिए ही खुलता है.
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नागचंद्रेश्वर मंदिर सालभर में एक ही बार खुलता है, इस दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं.
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नागपंचमी के मौके पर मंदिर के कपाट खुलते ही भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा की गई.
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मान्यताओं के मुताबिक ये तक्षक नाग का मंदिर है, जिसकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने अमरत्व का वरदान दिया था.
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मान्यता है कि नाग भगवान शिव की तपस्या में लीन रहता है, इसमें विघ्न पैदा न हो इसलिए सालभर में केवल एक बार ही मंदिर के कपाट खोले जाते हैं.
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नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर में दुर्लभ प्रतिमा है, जिसमें शिव और पार्वती नाग को आसन बनाकर उसके ऊपर बैठे हुए हैं.
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नागचन्द्रेश्वर भगवान के पट दिनांक 20 अगस्त को रात्रि 12 बजे खुले हैं, जो 21 अगस्त की रात्रि 12 बजे तक खुले रहेंगे.
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