फोटो: इंडिया टुडे ग्रुप
अनूठी परंपरा! इस शहर में दशहरे पर मनाते हैं शोक, नहीं जलाते पुतले, जानें क्यों
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दशहरा का त्यौहार विजयपर्व के रूप में पूरे भारत में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है.
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विजयदशमी के उत्सव को अच्छाई पर बुराई की जीत के रूप में मनाया जाता है.
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पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान राम ने दशहरे के दिन रावण का वध किया था.
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दशहरे के दिन जगह-जगह रावण के पुतले बनाकर वध करते हैं, और फिर जलाते हैं.
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लेकिन एमपी का एक शहर ऐसा है, जहां दशहरे पर रावण दहन नहीं किया जाता है.
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यही वजह है कि दशहरे के दिन मंदसौर में रावण के पुतले को नहीं जलाया जाता है.
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मंदसौर के खानपुरा में रावण की 51 फिट ऊंची प्रतिमा है. नामदेव समाज द्वारा इसकी पूजा की जाती है.
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