कंडोम ने खोल दिया दो हत्याओं का राज, मौसी ने बताया...इस वजह से करने पड़े दो कत्ल

जैसलमेर में दो मासूम बच्चों की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां चाचा और मौसी ने अपने अवैध संबंधों का राज छिपाने के लिए 6 साल के दो मासूम भतीजों का कत्ल कर उन्हें टांके में फेंक दिया.

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News Tak Desk

11 Oct 2024 (अपडेटेड: 11 Oct 2024, 07:25 PM)

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जैसलमेर में दो मासूम बच्चों की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां चाचा और मौसी ने अपने अवैध संबंधों का राज छिपाने के लिए 6 साल के दो मासूम भतीजों का कत्ल कर उन्हें टांके में फेंक दिया.

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मामला उस वक्त खुला जब घटनास्थल से पुलिस को कंडोम मिले, जिसके बाद पुलिस आरोपी युगल एहसान अली व सोनिया तक पहुंची. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

क्या है मामला

दरअसल, गिरफ्तार किए गया चाचा एहसान अली (26) व मौसी सोनिया (20) साल की उम्र के हैं. इन दोनों को रंगरेलियां मनाते हुए इन दोनों मासूम मोहम्मद हसनेन (7) व मोहम्मद आदिल (8) साल ने देख लिया था. समाज-परिवार में बदनामी ना हो जाए. इस डर से युवक-युवती ने दोनों बच्चों को गला दबाकर व सरियों से प्रहार कर नृशंस हत्या कर दी. 

मारने के बाद दोनों बच्चों के शवों को एक कट्टे में डालकर घर के सामने ही बने एक खाली मकान के पानी के टैंक में डाल दिया लेकिन पुलिस की पैनी नजर से दोनों नहीं बच ना पाए. पुलिस ने दोनों को मासूमों की हत्या करने के इल्जाम में महज 12 घंटों में ही गिरफ्तार कर लिया. अब पुलिस दोनों से इस मामले को लेकर कड़ाई से पूछताछ कर रही है.

पुलिस ने क्या बताया 

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एहसान और सोनिया, बबर मगरा इलाके में पड़ोस में ही रहते हैं. दोनों का कई साल से अफेयर चल रहा था. 5 अक्टूबर की शाम को दोनों एहसान के मिले और रंगरेलिया मना रहे थे. इस दौरान पड़ोस में ही रहने वाले मासूम बच्चे हसनेन और आदिल खेलते खेलते घर में आ गए. दोनों बच्चों ने एहसान और सोनिया को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया. बच्चों को अचानक कमरे में देख दोनों सकपका गए. दोनों ने बदनामी के डर से बच्चों को मार डालने का निर्णय लिया.

बताया जा रहा है कि सोनिया ने हसनेन को और एहसान ने आदिल को गले से पकड़ा और दोनों का गला दबाना शुरू किया. बच्चे चिल्लाए ना इसको लेकर दोनों बच्चों के ऊपर बैठ गए. सोनिया ने हसनेन को गला दबाकर मार डाला, वहीं आदिल को एहसान ने गला दबाकर नहीं मरने पर कमरे में रखे लोहे के सरिये से सिर पर मारा. सिर पर चोट लगने से मासूम के सिर से खून का फव्वारा छूटा और वो वहीं मर गया. 

मारने के बाद शव को टैंक में डाला

बच्चों के मर जाने के बाद एहसान ने बच्चों के शव को एक कट्टे में डाला और पड़ोस में एक खाली मकान में बने पानी के टैंक में डाला. बच्चों को पानी के टैंक में डालने के बाद एहसान वापस कमरे में लौटा. कमरे में लौटने के बाद एहसान और सोनिया ने कमरे में फैले खून को साफ किया और सबूत आदि मिटाने के प्रयास किए. इसके बाद सोनिया अपने घर लौट गई. एहसान भी कमरे के ताला लगाकर बाहर आ गया. 
 
शाम 4 बजे बच्चे घर से खेलने निकले और शाम 7 बजे तक जब घर वापस नहीं लौटे तो परिजन चिंतित हुए. सभी मिलकर बच्चों को ढूंढने लगे. सोशल मीडिया पर भी बच्चों के गुम होने का मेसेज चलाया. साथ ही पुलिस को भी सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बच्चों को तलाशना शुरू किया. इस दौरान एहसान भी वहीं मौजूद रहा और पुलिस कि गतिविधि पर नजर रखने लगा. करीब 7 घंटे बाद रात 11 बजे के बाद जब पुलिस ने घरों में बने पानी के टैंक चेक किए तो पड़ोस के खाली मकान में बने एक पानी के टैंक में दोनों बच्चों की लाशें तैरती मिली. 


शहर कोतवाल सवाई सिंह ने बताया कि जब पानी के टैंक में बच्चों एक शव मिले तब पानी पूरा लाल हो गया था. इसका मतलब बच्चों के साथ कुछ अनहोनी हुई इसका अंदेशा लगा. पुलिस ने हत्या के एंगल से जांच उसी दौरान शुरू कर दी. करीब 6 से 7 फीट गहरे पानी के टैंक में भी पानी 2 फीट ही गहरा था और बच्चों की हाइट 3 फीट और उससे ज्यादा थी, इससे शक गहरा हो गया कि कुछ अनहोनी हुई है.

पुलिस ने कार्रवाई के दौरान एहसान को हर बार अपने पास पाया. वो बार बार बच्चों को गुमराह करके बच्चों को इधर-उधर ढूंढने का कहता रहा. इधर रविवार, 6 अक्टूबर को बच्चों के शव को मोर्चरी में रख परिजन बच्चों की हत्या होने की बात कहकर शव नहीं उठाने, पोस्टमार्टम नहीं करवाने और FIR तक नहीं देने पर अड़ गए. पुलिस के लिए मामला पेचीदा हो गया. एसपी सुधीर चौधरी ने मामले की गंभीरता को देख्ग्ते हुए खुद मौके पर जाकर जांच शुरू की.

कंडोम ने खोला राज

इसी दौरान पुलिस ने एहसान के घर के सामने ही खाली मकान के पास झाड़ियों में कुछ कोंडम (निरोध) देखे. बस पुलिस को एक छोटा सा सुराग इस कत्ल के संबंध में मिला, जहां कंडोम मिले उसके पास ही आरोपी एहसान का कमरा था.

एहसान का कमरा देखकर पुलिस ने कमरा खुलवाया और जांच की तो अंदर खून से सना कट्टा और कमरे के आंगन में खून के छींटे देखे. पुलिस को शक गहराया और एहसान को पकड़ा और पूछताछ की तो कड़ी पूछताछ में वो टूट गया और उसने बच्चों की हत्या करना स्वीकार किया.  पुलिस ने सोनिया और एहसान को गिरफ्तार किया और हत्या को लेकर पूछताछ शुरू की.

मारे गए दोनों बच्चे हसनेन और आदिल आपस में चचेरे भाई है. हसनेन पीर बख्स का लड़का है और आदिल पीर पख्स के छोटे भाई शोकत खान का लड़का है. शोकत के एक ही बच्चा आदिल है वहीं पीर बख्स के तीन लड़कियों के बाद हसनेन पैदा हुआ था.  पीर बख्स मजदूरी कर परिवार का पेट पालता है वहीं शोकत खान प्राइवेट स्कूल में टीचर है.

मर्डर करने वाला एहसान दोनों बच्चों के रिश्ते में दूर का चाचा लगता है. वहीं सोनिया भी दूर के रिश्ते में मौसी लगती है. ऐसे में रिश्ते में ही खून करने के मामले में सभी सकते में है.

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