Sonu-Monu Gang: छोटे सरकार के नाम से मशहूर बाहुबली और पूर्व विधायक अनंत सिंह पर बुधवार को जानलेवा हमला किया गया. उनके समर्थकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई. गनीमत ये रही है कि पूर्व विधायक इसमें पूरी तरह से सुरक्षित बच निकले. अनंत सिंह के पास सोनू-मोनू के तरफ से कुछ लोगों को परेशान करने की शिकायत पहुंची थी, शिकायत में अनंत सिंह को जानकारी मिली थी कि कुछ लोगों को घर से निकाल कर उनके घर में ताला जड़ दिया गया है. उनसे वसूली की जा रही है.
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अनंत सिंह इसी विवाद को लेकर पंचायती करने पहुंचे थे. इसी दौरान सोनू-मोनू गैंग ने उन पर हमला कर दिया. घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है. इस पूरी घटना ने जहां हर किसी को चौंका कर रख दिया तो अनंत सिंह पर हमले की बात सुनकर हर कोई भौचक्का रह गया. वहीं इस पूरे मामले में एक सोनू-मोनू का नाम खूब चर्चा में आया. इस पूरे गोलीकांड की घटना के पीछे सोनू-मोनू गैंग का हाथ बताया जा रहा है. अब हर कोई ये जानना चाह रहा है कि ये सोनू-मोनू कौन है?
कौन हैं सोनू-मोनू?
बता दें कि सोनू मोनू सगे भाई हैं और मोकामा के ही जलालपुर गांव के निवासी हैं. शुरुआती दौर में दोनों अनंत सिंह के लिए काम करते थे, लेकिन अब उनके बीच अदावत है. जानकारी के मुताबिक, सोनू-मोनू ने साल 2009 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था. अपराध जगत में कदम रखने वाले दोनों भाइयों ने अनंत सिंह के लिए काम करना शुरू कर दिया. इनपर कई मामले दर्ज हैं, जिसमें से वर्ष 2017-18 में बाढ़ कोर्ट परिसर मे दिन दहाड़े 1 अभियुक्त समेत दो लोगों की हत्या करने के बाद सुर्खियों मे आया था.
अनंत के लिए काम करते थे सोनू-मोनू
एक समय तक दोनों भाई अनंत सिंह से जुड़े थे, उनके लिए काम किया करते थे, उनके बीच कितनी नजदीकियां थी.. इनकी तस्वीर से आप अंदाजा लगा सकते हैं. तस्वीर में दिख रहे ये सोनू-मोनू ही है...अब सवाल है कि इतनी नजदीकी के बाद दोनों में इतनी अदावत कैसे हो गई.. तो बता दें की अनंत सिंह के जेल जाने के बाद दोनों भाइयों ने अपनी गैंग बना ली. अब अनंत सिंह जेल से बाहर आ चुके हैं तो ऐसे में दोनों की बीच अदावत बढ़ती नजर आ रही है.
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