Bihar News: बिहार की सड़कों पर अब सिर्फ गाड़ियां ही नहीं, बल्कि आधुनिकता और परंपरा का अनोखा संगम लिए इमारतें भी नजर आ रही हैं. भवन निर्माण विभाग बिहार की आकांक्षाओं को ईंट-पत्थर से नया रूप दे रहा है. सरदार पटेल भवन से लेकर बापू टावर तक, ये इमारतें न सिर्फ उपयोगी हैं, बल्कि बिहार की नई पहचान भी बन रही हैं. आइए जानते हैं, कैसे ये भवन बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं.
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सरदार पटेल भवन: अत्याधुनिक और भूकंपरोधी
पटना का सरदार पटेल भवन पुलिस मुख्यालय और आपदा प्रबंधन का केंद्र है. यह भवन भूकंपरोधी तकनीक से बना है और बिना बिजली के 14 दिन तक काम कर सकता है. आपात स्थिति में यह संचालन केंद्र के रूप में बिहार की सुरक्षा को मजबूत करता है.
नया समाहरणालय: काम में तेजी, सुविधा में इजाफा
पुराने जर्जर भवनों को अलविदा कहते हुए पटना समाहरणालय का नया भवन बनकर तैयार है. इस एकीकृत परिसर में 38 कार्यालय, जिला परिषद और अनुमंडल कार्यालय एक साथ काम कर रहे हैं, जिससे प्रशासनिक कामकाज में तेजी आई है.
फसाड लाइटिंग से चमक रहे ऐतिहासिक भवन
विकास भवन और विश्वेश्वरैया भवन का नवीनीकरण कर इन्हें और आधुनिक बनाया गया है. इन भवनों में अतिरिक्त तल जोड़े गए हैं और फसाड लाइटिंग से सूरज ढलने के बाद ये लाल, पीले, गुलाबी और नीले रंगों में चमकते हैं, जो देखने में बेहद खूबसूरत लगते हैं.
बापू परीक्षा परिसर: छात्रों का भविष्य संवारने की पहल
छात्रों के लिए भवन निर्माण विभाग ने 25,000 क्षमता वाला बापू परीक्षा परिसर बनाया है. यहां एक साथ 5,000 छात्र ऑनलाइन परीक्षा दे सकते हैं. प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए यह परिसर बिहार के युवाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है.
बापू टावर: पर्यटकों का नया ठिकाना
बापू टावर अपनी शंकु आकृति और तांबे के खास आवरण के साथ वास्तुकला का अनोखा नमूना है. यह पर्यावरण-अनुकूल भवन पर्यटकों और वास्तुकला प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है, जो बिहार को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दे रहा है.
बिहार की शान बढ़ा रहा भवन निर्माण विभाग
भवन निर्माण विभाग सिर्फ इमारतें नहीं बना रहा, बल्कि बिहार के सपनों को साकार कर रहा है. ये भवन आधुनिक तकनीक और परंपरा का मेल हैं, जो बिहार को विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं.
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