Mahagathbandhan Seat Sharing: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच समझौता लगभग तय हो चुका है. सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस को 60 सीटें मिलने की संभावना है, हालांकि दो-तीन सीटों पर अभी सहमति नहीं बन पाई है.
ADVERTISEMENT
महागठबंधन में सीट बंटवारे की तस्वीर साफ
कांग्रेस और RJD के बीच सीट शेयरिंग पर बातचीत अंतिम दौर में है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को 60 सीटें मिलेंगी, जबकि RJD ने पहले ही अपने कई उम्मीदवारों को प्रतीक (सिंबल) बांटना शुरू कर दिया है. RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने परबत्ता से डॉ. संजीव कुमार, मटिहानी से बोगो सिंह, हथुआ से राजेश कुमार सिंह, मनेर से भाई वीरेंद्र और साहेबपुर कमाल से ललन यादव को सिंबल दे दिए हैं.
संदेश सीट पर RJD ने मौजूदा विधायक किरण देवी के बेटे दीपू यादव को मैदान में उतारा है. वहीं, तेजस्वी यादव 15 अक्टूबर को राघोपुर सीट से नामांकन दाखिल करेंगे. उनके समर्थकों ने नामांकन समारोह के लिए जोर-शोर से प्रचार शुरू कर दिया है.
विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के नेता मुकेश सहनी ने भी सीट बंटवारे पर सकारात्मक रुख दिखाया है. पटना पहुंचे सहनी ने कहा, "सब कुछ ठीक है. जल्द ही हम सीट बंटवारे की घोषणा करेंगे. गठबंधन मजबूत है और बिहार में सरकार बनाएगा." उन्होंने दावा किया कि गठबंधन में कोई नाराजगी नहीं है.
NDA में सीट बंटवारे पर गतिरोध
NDA में सीट बंटवारे को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है. चिराग पासवान की LJP (रामविलास) ने जनता दल यूनाइटेड (JDU) की कुछ अहम सीटों पर दावा ठोका है. जिसके चलते गठबंधन में खींचतान शुरू हो गई है. राजगीर, सोनबरसा, मोरवा और तारापुर जैसी सीटें विवाद का केंद्र बनी हुई हैं.
- राजगीर: JDU की सिटिंग सीट पर LJP (रामविलास) दावा कर रही है, जिसे JDU छोड़ने को तैयार नहीं है.
- सोनबरसा: JDU के मंत्री रत्नेश सादा इस सीट से मौजूदा विधायक हैं. JDU ने उन्हें प्रतीक भी दे दिया है, लेकिन LJP इस सीट पर अड़ी है.
- मोरवा: 2020 में JDU इस सीट पर 11,000 वोटों से हार गई थी. फिर भी JDU इसे LJP को देने के मूड में नहीं है.
- तारापुर: JDU ने इस सीट पर 2020 के चुनाव और उपचुनाव में जीत हासिल की थी. LJP के दावे के बावजूद JDU इसे छोड़ने को तैयार नहीं है.
महागठबंधन की घोषणा का इंतजार
RJD और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे का आधिकारिक ऐलान 14 या 15 अक्टूबर को हो सकता है. हालांकि, VIP और अन्य छोटे दलों के साथ सीटों का बंटवारा अभी तय नहीं हुआ है. महागठबंधन के नेताओं का दावा है कि गठबंधन एकजुट है और बिहार में मजबूत सरकार बनाएगा.
ADVERTISEMENT