Rudra Research Bihar Assembly Exit Poll 2025: बिहार की सियासत एक बार फिर गरम है. विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में आज राज्य के 20 जिलों की 122 सीटों पर वोटिंग सम्पन्न हुई. इस बार इन सीटों से 1302 उम्मीदवार मैदान में हैं. लगभग 3 करोड़ 70 लाख से ज्यादा मतदाता अपने पसंदीदा नेता और पार्टी को चुनने के लिए वोट डाल चुके हैं.
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नतीजे 14 नवंबर को आएंगे लेकिन इससे पहले Rudra Research Bihar Assembly Exit poll के आंकड़े सामने आ गए है. बता दें कि इस सर्वे में कुल 26 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया गया और 16,000 लोगों का सैंपल लिया गया. यह सर्वे फेस-टू-फेस इंटरव्यू के जरिए किया गया है.
कौन किसके मुकाबले आगे?
Rudra Research Bihar Assembly Exit Poll 2025 के अनुसार, इस बार बिहार में NDA को 140 से 152 सीटें मिल सकती है. वहीं महागठबंधन 84-97 सीटों में सिमट जाएगी.
किस पार्टी को मिल रही कितनी सीटें
| पार्टी | सीट |
| BJP | 69-73 |
| JDU | 58-62 |
| LJP RV | 9-11 |
| RLM | 0-1 |
| HAM | 3-5 |
| RJD | 58-62 |
| Congress | 17-19 |
| CPIML | 7-10 |
| CPIM | 1-2 |
| CPI | 0-1 |
| IIP | 0-1 |
| VIP | 1-2 |
| Others | 4-6 |
वोटिंग प्रतिशत भी जान लीजिए
एक्जिट पोल के हिसाब से प्रदेश में एनडीए गठबंधन को कुल वोटों का लगभग 43 प्रतिशत समर्थन मिल रहा है. वहीं महागठबंधन (MGB) के हिस्से में करीब 40% वोट आएंगे. प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज को लगभग 7% वोट मिलने का अनुमान है, जबकि अन्य छोटे दल और स्वतंत्र उम्मीदवार मिलाकर 10% वोट हासिल कर सकते हैं.
किस पार्टी को कितना मिला वोट प्रतिशत
| पार्टी | वोट प्रतिशत |
| BJP | 19% |
| JDU | 18% |
| LJP RV | 4% |
| HAM | 1% |
| RLM | 1% |
| RJD | 24% |
| Congress | 9% |
| CPIML | 3% |
| CPIM | 1% |
| CPI | 1% |
| IIP | 0.50% |
| VIP | 1.50% |
| Jan Suraj | 7% |
| Other | 10% |
| Total | 100% |
राज्य में फिलहाल नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार है. साल 2005 से लेकर अब तक बिहार में लगभग हर चुनाव में नीतीश कुमार की गठबंधन राजनीति सफल रही है. हालांकि साल 2015 का चुनाव अपवाद था, जब महागठबंधन को जीत मिली थी. उस समय नीतीश कुमार की जेडीयू भी उसी गठबंधन का हिस्सा थी.
इस बार भी मुकाबला दो बड़े गठबंधनों के बीच ही माना जा रहा है एक तरफ एनडीए (नीतीश कुमार और बीजेपी) और दूसरी तरफ महागठबंधन (तेजस्वी यादव की अगुवाई में).
हालांकि इस बार मुकाबला थोड़ा बहुकोणीय भी हो गया है. प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज और असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम भी मैदान में हैं, जो एनडीए और महागठबंधन दोनों के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रही हैं.
पहले चरण में जबरदस्त वोटिंग
पहले चरण में 6 नवंबर को 121 सीटों पर वोटिंग हुई थी, जहां 65 फीसदी से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया था. अब दूसरे चरण के वोट पड़ने के बाद नतीजों की तस्वीर और साफ होगी.
क्या होता है एग्जिट पोल?
एग्जिट पोल दरअसल एक सर्वे होता है, जिसमें वोटिंग के बाद मतदाताओं से पूछा जाता है कि उन्होंने किसे वोट दिया. इससे यह अंदाजा लगाया जाता है कि किस पार्टी की स्थिति मजबूत है और कौन पीछे रह सकता है. हालांकि ये सिर्फ अनुमान होते हैं, असली फैसला तो 14 नवंबर को ईवीएम खुलने के बाद ही पता चलेगा.
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