महागठबंधन में RJD-VIP के बीच हुआ सीटों का बंटवारा, कांग्रेस-RJD में घमासान जारी!

महागठबंधन में RJD और VIP के बीच 18 सीटों पर सहमति बन गई है, हालांकि अभी इसका आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है. वहीं, बंटवारे को लेकर कांग्रेस और RJD में अभी भी गतिरोध जारी है.

NewsTak

मौसमी सिंह

15 Oct 2025 (अपडेटेड: 15 Oct 2025, 10:40 AM)

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Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में आखिरकार सीट बंटवारे का फार्मूला धीरे-धीरे सुलझता दिख रहा है. सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के बीच सीटों को लेकर डील फाइनल हो गई है. VIP के प्रमुख मुकेश सहनी की पार्टी को 18 सीटें देने पर सहमति बनी है.

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VIP को मिली 18 सीटें!

लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध के बाद RJD और VIP के बीच सीट बंटवारे पर सहमति बन गई है . देर रात तक चली मैराथन बैठकों में RJD नेता तेजस्वी यादव और VIP प्रमुख मुकेश सहनी ने इस मामले को सुलझा लिया. सूत्रों के अनुसार, VIP को 18 सीटों का ऑफर दिया गया, जिसे पार्टी ने स्वीकार कर लिया.

कांग्रेस-RJD में तकरार बरकरार

हालांकि, महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है. कांग्रेस और RJD के बीच सीटों की संख्या को लेकर तनातनी जारी है. कांग्रेस 60 से अधिक सीटों की मांग कर रही है और उसने 65 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी शुरू कर दी है. दूसरी ओर, RJD ने कांग्रेस के लिए 58 सीटों की सीमा तय की है. RJD ने अपने लिए 138 सीटों का प्रस्ताव रखा है, जबकि बाकी 40 सीटें वाम दलों और VIP के लिए छोड़ी गई हैं. 

उम्मीदवारों को सिंबल जारी, बेचैनी बढ़ी

महागठबंधन में सीट बंटवारे की तस्वीर पूरी तरह साफ होने से पहले ही कई दलों ने अपने उम्मीदवारों को सिंबल देना शुरू कर दिया है. RJD ने अब तक 71 उम्मीदवारों को सिंबल जारी किया है. भाकपा माले ने 18 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं, जबकि CPI ने 6 उम्मीदवारों की सूची जारी की है और 4 अन्य सीटों पर सहमति के बाद उम्मीदवार उतारने की बात कही है. CPM ने एक उम्मीदवार का नामांकन कराया है और 16 अक्टूबर को दूसरा उम्मीदवार भी नामांकन दाखिल करेगा. 

'फ्रेंडली फाइट' का डर

सीटों की संख्या लगातार कम होते देख मुकेश सहनी पहले बेचैन थे, लेकिन 18 सीटों पर सहमति बनने से अब उनका मामला हल होता दिख रहा है. महागठबंधन में वर्तमान हालात संकेत दे रहे हैं कि अगर सीट शेयरिंग का मामला जल्द नहीं सुलझा, तो कई सीटों पर घटक दलों के बीच आपस में ही 'फ्रेंडली फाइट' यानी दोस्ताना मुकाबला देखने को मिल सकता है.
 

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