बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी कहा कि बक्सर–भागलपुर हाई-स्पीड कॉरिडोर के अंतर्गत मोकामा–मुंगेर खंड पर 4-लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण की मंजूरी भारत सरकार ने दी है. लगभग 82.4 किलोमीटर लंबे इस खंड पर 4,447 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण होगा. परियोजना पूरी होने के बाद यात्रा समय में उल्लेखनीय कमी आएगी और लोगों को तेज, सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिलेगी.
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सम्राट चौधरी ने कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बिहार को मिली एक बड़ी सौगात है. उन्होंने कहा कि, हम बिहारवासियों की ओर से माननीय प्रधानमंत्री का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं. यह एक्सप्रेसवे न केवल क्षेत्रीय संपर्क को मजबूती देगा, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास को भी नई दिशा प्रदान करेगा.
चौधरी ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार लगातार सड़कों के विस्तार और आधुनिकीकरण पर काम कर रही है. 2005 से पहले की स्थिति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि उस समय गड्डे में सड़क या सड़क में गड्डा जैसी स्थिति थी लेकिन आज बिहार विश्वस्तरीय सड़कों के निर्माण के बाद अब एक्सप्रेसवे के नेटवर्क की ओर बढ़ रहा है.
बिहार में पांच बड़े एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं को मंजूरी मिली है जिनमें बक्सर-भागलपुर, पटना-पूर्णिया, रक्सौल-हल्दिया, गोरखपुर-सिलीगुड़ी और वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे शामिल हैं. इन परियोजनाओं की कुल लंबाई 1626.37 किलोमीटर है और इन्हें वर्ष 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए 1,18,849.40 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इसी कड़ी में मोकामा-मुंगेर खंड के निर्माण कार्य जल्द शूरू किया जाएगा.
सम्राट चौधरी ने आगे कहा- बिहार रफ्तार पकड़ चुका है और ये रूकने वाला नहीं है. वर्ष 2024-25 में बिहार की विकास दर 8.64% रही है, जो कई बड़े राज्यों से अधिक है. राज्य की अर्थव्यवस्था एक वर्ष में 4.89 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 5.31 लाख करोड़ रुपये हो गई है. निर्माण और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 11%, सेवा क्षेत्र में 8.9% और परिवहन और संचार में 13% की बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि ये आंकड़े इस बात के प्रमाण हैं कि बिहार तेजी से विकास और आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है.
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