Bihar Monsoon Update: बिहार में मानसून की सक्रियता धीरे-धीरे तेज होती जा रही है. जहां एक ओर बारिश से उमस और गर्मी से राहत मिल रही है, वहीं दूसरी ओर लगातार तेज हवाएं, आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं चिंता का कारण बनी हुई हैं. मौसम विभाग ने आज यानी 29 जून को दक्षिण और उत्तर-पश्चिम बिहार के जिलों में अलर्ट जारी किया है.
ADVERTISEMENT
पिछले 24 घंटे का हाल
28 जून को राज्य के पश्चिमी हिस्सों तथा गया, नवादा, जमुई और बांका जिलों में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश, तेज हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटे) और बिजली गिरने की घटनाएं दर्ज की गईं. कुछ जगहों पर मध्यम वर्षा भी हुई जिससे तापमान में गिरावट देखी गई. गया और भोजपुर में दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से 2–3 डिग्री कम दर्ज किया गया.
आज 29 जून को कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार 29 जून को दक्षिण बिहार (जैसे कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया) और उत्तर-पश्चिम बिहार (जैसे पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान) के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं (30–40 किमी/घंटा) और बिजली गिरने की संभावना है. कैमूर और रोहतास में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा दक्षिण-मध्य और दक्षिण-पूर्व बिहार के जिलों जैसे पटना, नवादा, जमुई, बांका, मंगेर और खगड़िया में भी हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं.
आने वाले दो दिन का पूर्वानुमान
30 जून को बिहार के औरंगाबाद, गया, रोहतास और पश्चिम चंपारण में बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है. वहीं पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, नवादा, जमुई, बांका, अरवल और जहानाबाद में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
1 जुलाई को भी कैमूर और लखीसराय में बहुत भारी वर्षा, जबकि मंगेर, समस्तीपुर और शेखपुरा में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है. राज्य के उत्तर और दक्षिण हिस्सों में गरज-चमक के साथ तेज हवाओं का क्रम बना रहेगा.
मानसून की स्थिति
मानसून की उत्तरी सीमा अभी भी दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों तक सीमित है, लेकिन अगले दो दिनों में इसके और आगे बढ़ने के लिए अनुकूल स्थितियां बन रही हैं. बंगाल की खाड़ी और बांग्लादेश से सटे क्षेत्रों में बने चक्रवाती परिसंचरण के कारण बिहार में आने वाले दिनों में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो सकता है.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने नागरिकों और किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है. खासतौर पर लोगों को खुले मैदानों, पेड़ों, बिजली के खंभों और कच्चे मकानों से दूर रहने की हिदायत दी गई है, ताकि किसी भी संभावित खतरे से बचा जा सके. तेज बारिश की स्थिति में निचले इलाकों में जलभराव, ट्रैफिक जाम और आमजन के आवागमन में बाधा की आशंका जताई गई है.
इसके साथ ही बिजली गिरने की घटनाएं जान-माल और मवेशियों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती हैं. किसानों को विशेष रूप से सलाह दी गई है कि वे मौसम सामान्य होने तक उर्वरक या कीटनाशकों का छिड़काव न करें और अपने खेतों या पशुशालाओं में बनाए गए अस्थायी ढांचों को मजबूत कर लें, ताकि नुकसान से बचा जा सके.
ADVERTISEMENT