Bihar Opinion Poll: बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. महज पांच महीने बाद नई सरकार बनने वाली है, लेकिन सवाल यह है कि सत्ता की चाबी किसके हाथ होगी? हाल ही में InkInsight द्वारा किए गए ओपिनियन पोल ने बिहार की सियासी तस्वीर को साफ कर दिया है. इस पोल के मुताबिक, अगर आज चुनाव हुए तो एनडीए (NDA) को स्पष्ट बहुमत मिल सकता है. खासकर महिला वोटरों का रुझान एनडीए की जीत में बड़ा रोल निभा रहा है. इस सर्वे के आंकड़े आने वाले चुनावी समीकरणों की दिशा तय कर सकते हैं और मतदाताओं के व्यवहार में हो रहे बदलावों को भी बारीकी से दिखाते हैं.
ADVERTISEMENT
ओपिनियन पोल में NDA को 48.9% वोट
1 मई से 15 जून 2025 के बीच इंकसाइट ने बिहार के सभी विधानसभा क्षेत्रों में ओपिनियन पोल किया. सवाल था, "अगर आज बिहार में चुनाव हुए तो किसकी सरकार बनेगी?" इसके जवाब में 48.9% लोगों ने एनडीए के पक्ष में राय दी, जबकि महागठबंधन को 35.8% वोट मिले. यानी, एनडीए को 13% की स्पष्ट बढ़त है. यह आंकड़ा बताता है कि अगर अभी चुनाव हुए, तो एनडीए की सरकार बनने की संभावना प्रबल है.
महिला वोटरों का झुकाव एनडीए की ओर
बिहार की सियासत में महिला वोटर हमेशा से अहम रोल निभाती रही हैं. इस ओपिनियन पोल में भी यही देखने को मिला। पोल के मुताबिक, 55% महिला मतदाता एनडीए को वोट देने के मूड में हैं, जबकि महागठबंधन को सिर्फ 31% महिलाओं का समर्थन मिल रहा है. यह 24% का बड़ा अंतर एनडीए की जीत का सबसे मजबूत आधार बन रहा है. नीतीश कुमार द्वारा महिलाओं के लिए किए गए काम, जैसे शिक्षा और रोजगार के अवसर, इस रुझान की बड़ी वजह माने जा रहे हैं.
पुरुष वोटरों में कांटे की टक्कर
पुरुष मतदाताओं की बात करें तो यहां मुकाबला कड़ा है. ओपिनियन पोल के अनुसार, 44% पुरुष वोटर एनडीए के साथ हैं, जबकि 40% महागठबंधन को समर्थन दे रहे हैं. यह सिर्फ 4% का अंतर है, जो बताता है कि पुरुष वोटरों में दोनों गठबंधन के बीच टक्कर बराबरी की है. हालांकि, महिला वोटरों की भारी बढ़त ने एनडीए को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है.
बदले सियासी समीकरण
इस बार बिहार के सियासी समीकरण पिछले विधानसभा चुनाव से अलग हैं. वीआईपी पार्टी अब महागठबंधन के साथ है, जबकि उपेंद्र कुशवाहा एनडीए के पाले में आ गए हैं. इसके अलावा, चिराग पासवान के एनडीए में शामिल होने से भी गठबंधन को 5-6% अतिरिक्त वोट मिलने की संभावना जताई जा रही है. जाति आधारित सियासत और गठबंधनों के बीच सीट बंटवारे पर चर्चा भी जोरों पर
है.
ओपिनियन पोल की विश्वसनीयता
इंकसाइट का यह ओपिनियन पोल 1 मई से 15 जून के बीच बिहार की सभी विधानसभाओं में किया गया. पिछले पोल की तुलना में इस बार के आंकड़ों में ज्यादा बदलाव नहीं है, लेकिन यह स्पष्ट है कि एनडीए फिलहाल महागठबंधन से काफी आगे चल रहा है. पोल के नतीजे बिहार की जनता की मौजूदा राय को दर्शाते हैं, जो नीतीश कुमार के कामकाज और एनडीए की एकजुटता के पक्ष में दिख रही है.
ADVERTISEMENT