Bihar News: बिहार में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने और नवाचार को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए उद्योग विभाग ने एक और बड़ा कदम उठाया है. मंगलवार को पटना में आयोजित ‘स्टार्टअप स्पार्क 2.0’ कार्यक्रम में उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने बिहार को विश्व का सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनाने का सपना दोहराया. इस मौके पर स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देने के लिए कई उद्यमियों को स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना के तहत चेक भी वितरित किए गए. यह पहल न सिर्फ युवा उद्यमियों को प्रेरित कर रही है, बल्कि बिहार को उद्यमिता के क्षेत्र में एक नया मुकाम देने का रास्ता भी खोल रही है.
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नवाचार को मंच, स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन
‘स्टार्टअप स्पार्क 2.0’ का आयोजन विकास भवन सचिवालय में उद्योग विभाग के सभागार में किया गया. इस कार्यक्रम का मकसद बिहार के उभरते स्टार्टअप्स को एक ऐसा मंच देना था, जहां वे अपने इनोवेटिव उत्पादों को प्रदर्शित कर सकें और निवेशकों, मेंटर्स व उद्योग विशेषज्ञों से जुड़ सकें. उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा, “बिहार के स्टार्टअप्स में अपार संभावनाएं हैं. हमारा लक्ष्य है कि बिहार न सिर्फ भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर स्टार्टअप हब के रूप में उभरे. इसके लिए उद्योग विभाग हर संभव सहयोग करेगा.”
पांच स्टार्टअप्स ने बिखेरी चमक
कार्यक्रम में पांच स्टार्टअप्स ने अपने अनूठे उत्पादों की प्रस्तुति दी, जो बाजार में अपनी जगह बनाने को तैयार हैं. इनमें शामिल रहे:
- भोजपट्टा एग्रीप्रेन्योर प्रा. लि.: नीतीश कुमार द्वारा विकसित शून्य कार्बन उत्सर्जन ड्रायर, जो पर्यावरण के अनुकूल है.
- क्रेडिटबकेट टेक्नोलॉजीज प्रा. लि.: सौरव सुमन का पेमेंट साउंडबॉक्स टूल्स, जो डिजिटल भुगतान को आसान बनाता है.
- हाइप्रो टेक प्रा. लि.: अभिषेक कुमार का सर्विलांस ड्रोन, जो सुरक्षा और निगरानी के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है.
- एआर ऑनलाइन सर्विस प्रा. लि.: अमन रंजन का वर्चुअल फैशन ऐप, जो फैशन इंडस्ट्री में नया आयाम देगा.
- कंसेप्ट ऑफ सुपर फूड्स एलएलपी: श्रवण कुमार का मखाना आधारित खाद्य उत्पाद, जो स्वास्थ्यवर्धक स्नैक्स की दिशा में एक कदम है.
इन स्टार्टअप्स ने न सिर्फ अपनी रचनात्मकता दिखाई, बल्कि बिहार की उद्यमिता की ताकत को भी सामने लाया।
स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना का लाभ
कार्यक्रम में स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना के तहत कई उद्यमियों को वित्तीय सहायता के लिए चेक प्रदान किए गए. इसके अलावा, ‘स्पार्क 2.0’ में निवेश के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया. यह योजना बिहार स्टार्टअप नीति 2022 का हिस्सा है, जो स्टार्टअप्स को शुरुआती पूंजी, सहकार्य स्थल और मार्गदर्शन प्रदान कर रही है.
बिहार स्टार्टअप नीति 2022 का असर
बिहार स्टार्टअप नीति 2022 के तहत यह कार्यक्रम बीएसएफसी और आईआईटी पटना के इन्क्यूबेशन सेंटर के सहयोग से आयोजित किया गया. इस नीति का लक्ष्य राज्य में एक मजबूत उद्यमिता तंत्र विकसित करना है, ताकि युवा अपने विचारों को हकीकत में बदल सकें. कार्यक्रम में उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, निदेशक मुकुल कुमार गुप्ता, हस्तशिल्प और रेशम निदेशक निखिल धनराज निप्पणीकर, तकनीकी विकास निदेशक शेखर आनंद और आईआईटी पटना के प्रोफेसर डॉ. सुधीर कुमार जैसे दिग्गज मौजूद रहे.
बिहार का भविष्य, स्टार्टअप्स के साथ
‘स्टार्टअप स्पार्क 2.0’ न सिर्फ एक आयोजन है, बल्कि बिहार के युवाओं के लिए एक प्रेरणा भी है. यह पहल दिखाती है कि बिहार सरकार नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कितनी गंभीर है. जैसे-जैसे बिहार स्टार्टअप्स के जरिए नई ऊंचाइयों को छू रहा है, यह साफ है कि आने वाला समय बिहार के युवा उद्यमियों का है.
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