बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का महिला डॉक्टर का हिजाब खींचने का मामला धीरे-धीरे बढ़ रहा है और विवाद का रूप ले रहा है. नीतीश कुमार आए दिन अपने बयानों और हरकतों के कारण चर्चा में बने रहते हैं. इसी बीच बीते कल जैसे ही नीतीश कुमार का यह वीडियो वायरल हुआ उसके बाद से ही विपक्ष ने उनपर निशाना साधना शुरू कर दिया. अब इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और महबूबा मुफ्ती की भी एंट्री हो गई है और दोनों ने नीतीश कुमार को घेर लिया है. वहीं दूसरी ओर जदयू की ओर से सफाई दी जा रही है. आइए विस्तार से समझते है क्या है पूरा मामला और क्यों अचानक इस मु्द्दे को लेकर गरमा गई राजनीति.
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नीतीश कुमार ने खींचा था हिजाब
दरअसल बीते कल यानी 15 दिसंबर को सीएम नीतीश कुमार 1283 आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र देने पहुंचे थे. इस दौरान नुसरत प्रवीण नाम की महिला डॉक्टर भी पत्र लेने के लिए आई थी. जैसे ही वह सीएम नीतीश के पास पहुंची तो उन्होंने उनके हिजाब को देखते हुए पूछा- 'ये क्या लगाए हो'. और फिर उन्होंने उनका हिजाब खींच दिया. इस दौरान सीएम के पीछे खड़े डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. नीतीश कुमार से महिला डॉक्टर हिजाब खींच दिया था और वहां मौजूद सभी लोग इसे देख कर भौंचक्के रह गए थे.
यहां देखें वायरल वीडियो
अखिलेश यादव ने उम्र को लेकर कसा तंज
इस मामले पर बीते कल से राजनीति गरमाई हुई है और अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनपर निशाना साधा है. अखिलेश यादव ने कहा कि, वो मुख्यमंत्री है और उन्हें इन बातों का ध्यान रखना चाहिए. बिना नाम लेते हुए सम्राट चौधरी को घेरते हुए कहा कि, पीछे जो लोग खड़े है उन्हें देखकर यह लगता ही नहीं की उन्हें रोका जा रहा है. इस उम्र में उनके साथ हेल्पर होना चाहिए, जो उन्हें समय-समय पर समझा सकें. उन्होंने आगे उम्र को लेकर तंज कसते हुए कहा कि, "जैसे बच्चा होता है वैसे ही बुजुर्ग भी बच्चा हो जाता हैं."
यहां देखें अखिलेश यादव का बयान
'पद छोड़ने का समय आ गया है...'
वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि, नीतीश जी को पर्सनली जानने और उनकी तारीफ करने के बाद उनका एक मुस्लिम महिला का नकाब खींचते हुए देख काफी हैरान हूं. उन्होंने आगे तंज कसते हुए लिखा कि, क्या इसे बुढ़ापे की वजह मानी जाए या मुसलमानों को पब्लिक में बेइज्जत करने का नॉर्मल होना? यह बात और भी परेशान करने वाली है कि उनके आस-पास के लोग इस भयानक घटना को एक तरह के एंटरटेनमेंट की तरह देखते रहे. नीतीश साहब, शायद अब आपके लिए पद छोड़ने का समय आ गया है?
यहां देखें महबूबा मुफ्ती का ट्विट
जदयू कर रही बचाव
एक ओर विपक्षी पार्टियों द्वारा बीते कल से ही हमला बोला जा रहा है, तो दूसरी ओर जदयू इसका बीच-बचाव करते हुए भी नजर आई. जदयू प्रवक्ता अंजुम आरा ने कहा कि, नीतीश कुमार को किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. सीएम नीतीश ने अल्पसंख्यक समाज की बेटियों के लिए जितने काम किए हैं, वे किसी से छिपे नहीं हुए है. सीएम नीतीश ने मुस्लिम महिलाओं के सपना पूरा करने का काम किया है.
उन्होंने आगे विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि आज जो राजद वाले लोग सवाल कर रहें है, उन्होंने पूरे बिहार की बेटियों का अपमान किया है. इस मामले में राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने नीतीश कुमार को घेरा था और फिर राजद ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल से वायरल वीडियो शेयर कर नीतीश सरकार तर तंज कसा था.
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