इस स्वतंत्रता दिवस पर बिहार की राजधानी पटना के लिए एक खास तोहफा तैयार है. जी हां, 15 अगस्त को पटना मेट्रो अपनी पहली सैर शुरू करने को तैयार है, जो न सिर्फ शहर की ट्रैफिक समस्या को कम करेगी, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए दरवाजे भी खोलेगी. मेट्रो की चमचमाती रेल, आधुनिक स्टेशन और तेज रफ्तार के साथ पटना एक नए युग में कदम रखने जा रहा है. आइए, जानते हैं इस मेगा प्रोजेक्ट की हर खास बात.
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दिन-रात चल रहा काम, समय पर पूरा होगा लक्ष्य
पटना मेट्रो का सपना हकीकत में बदलने के लिए निर्माण एजेंसियां दिन-रात दो शिफ्ट में काम कर रही हैं. मलाही पकड़ी से न्यू आईएसबीटी तक 6.2 किलोमीटर लंबे प्राथमिक कॉरिडोर पर ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो चुका है. चार स्टेशनों- मलाही पकड़ी, भूतनाथ, जीरोमाइल और न्यू आईएसबीटी पर मेट्रो शुरू करने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है.
खेमनीचक स्टेशन को शुरुआती चरण में शामिल नहीं किया जाएगा. स्टेशनों पर ऑटोमैटिक किराया संग्रह मशीन, प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर, स्वचालित सीढ़ियां और गेट सिस्टम लगाने का काम अपने अंतिम चरण में है.
सुरक्षा है पहली प्राथमिकता
पटना मेट्रो परियोजना में सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जा रहा. सभी निर्माण कार्यों में सख्त सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है. डिपो में मेट्रो की वॉशिंग और मेंटेनेंस पिट, कंट्रोल रूम, विद्युत सब-स्टेशन, वर्कशॉप शेड और इंस्पेक्शन शेड का काम भी लगभग पूरा हो चुका है. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मेट्रो का संचालन पूरी तरह सुरक्षित और सुगम हो.
रोजगार के नए अवसर, पटना का बदलेगा चेहरा
पटना मेट्रो सिर्फ आवागमन का साधन नहीं, बल्कि शहर के विकास की नई नींव है. यह परियोजना स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के कई नए अवसर लाएगी. मेट्रो के संचालन से ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी और शहर का समय व ईंधन दोनों बचेगा. इसके अलावा, आधुनिक सुविधाओं से लैस मेट्रो पटना को एक स्मार्ट सिटी की पहचान दिलाने में भी अहम भूमिका निभाएगी.
ट्रायल रन की तैयारियां पूरी, पुणे से आई मेट्रो
पटना मेट्रो के लिए तीन बोगियों वाला एक रैक पुणे से पहुंच चुका है. ट्रायल रन की तैयारियां तेजी से चल रही हैं, ताकि 15 अगस्त को मेट्रो का शुभारंभ हो सके. निर्माण एजेंसियां इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं.
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