बिहार पुलिस एक्शन में है, बदमाश चेत जाएं! दरअसल, हम ये बात इस लिए कह रहे है क्योंकि पिछले तीन महीनों का पुलिस का एक्शन तो यही बताता है. तो फिलहाल, बदमाश अपना बोरिया बिस्तर समेट लें. वर्ना पुलिस की कार्रवाई भुगतने को तैयार रहें.
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तीन महीने में नौ अपराधियों को मारी गोली
बताते चलें कि राजधानी में अपराधियों का उत्पात बढ़ता जा रहा था. इस बीच पुलिस ने पिछले तीन महीनों में नौ बड़े अपराधियों के पैरों में गोलियां मारी हैं. हर बार कहानी लगभग एक जैसी रही, अपराधियों ने पुलिस पर गोली चलाई या हथियार छीनकर भागने की कोशिश की. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की ओर में पैर में गोली खानी पड़ी. इस वजह से पुलिसिया कार्रवाई को लोग अब ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ भी कहने लगे हैं.
देखिए कब-कब हुई कार्रवाई, आपके एरिया का बदमाश भी है शामिल!
17 अगस्त – आलमगंज थाने के बिस्कोमान गोलंबर पर पुलिस से भिड़े विजय सहनी ने गोली चलाई. जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी.
15 अगस्त – यूपी से गिरफ्तार कुख्यात दिव्यांशु उर्फ अंशु हथियार बरामदगी के दौरान नहर किनारे भागा, पुलिस की गोली से घायल हुआ.
6 अगस्त – फुलवारीशरीफ के कुरकुरी गांव में बदमाश रोशन पुलिस का हथियार छीनकर भागने लगा. पैर में गोली लगने के बाद काबू में आया.
22 जुलाई – चंदन मिश्रा हत्याकांड के शूटर बलवंत और रविरंजन ने पुलिस पर फायरिंग की. दोनों को जवाबी कार्रवाई में पैर में गोली लगी.
25 जून – कुख्यात राजा जेपी गंगापथ पर पुलिस की गाड़ी से कूदकर भागा, पुलिसवालों को घायल किया. गोली लगने के बाद ही पकड़ा गया.
12 जून – दानापुर का 25 हजार का इनामी विवेक कुमार पुलिस पर चार राउंड फायरिंग कर भागने लगा. जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी.
11 जून – जितेंद्र हत्याकांड से जुड़ा इशु कुमार उर्फ रिशु पुलिस का हथियार लेकर भागा, पैर में गोली खाकर दबोचा गया.
23 मई – बिक्रम के निसरपुरा गांव का विशाल छह राउंड गोली चलाकर भागने लगा. पुलिस की गोली पैर में लगी.
21 मई – मनेर के सुअरमरवा गांव में शूटर सोनू कुमार ने पुलिस पर फायरिंग की. जवाबी कार्रवाई में पैर में गोली लगी.
डीजीपी बोले, पुलिस के पास आत्म रक्षा का अधिकार
पुलिस की इस कार्रवाई के बाद स्थानीय उत्साहित हैं. बताते चलें लगातार बदमाशों के उत्पात की वजह से दहशत का माहौल था. इधर, डीजीपी विनय कुमार का कहना है कि ‘‘अगर अपराधी अपराध करेंगे तो उन्हें रोकना पुलिस का काम है. कानून से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं है. अगर अपराधी पुलिस पर हमला करेंगे तो पुलिसकर्मी अपने बचाव में हर संभव कदम उठाएगी.
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