RJD में वापसी पर तेज प्रताप यादव ने दिया बड़ा बयान, बोले- 'वहां जाने से अच्छा मौत चुनूंगा'

Bihar Elections 2025: तेज प्रताप यादव ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वह आरजेडी में वापस लौटने की बजाय मौत चुनना पसंद करेंगे. फिलहाल वह अपनी नई पार्टी से महुआ सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने भाई तेजस्वी का समर्थन किया पर कहा कि सिद्धांत उनके लिए सबसे जरूरी हैं.

NewsTak

न्यूज तक डेस्क

• 09:54 AM • 25 Oct 2025

follow google news

Bihar Elections 2025: बिहार की राजनीति में चुनाव से पहले हलचल तेज हो गई है. इसी बीच पूर्व मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में वापस जाने के बजाय मौत को गले लगाना पसंद करेंगे. कुछ महीने पहले ही उनके पिता लालू यादव ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था.

Read more!

पीटीआई के साथ इंटरव्यू में तेज प्रताप ने बताया कि वह अब अपनी नई पार्टी, जनशक्ति जनता दल (JJD) के साथ महुआ विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. यह वही सीट है जहां से उन्होंने 2015 में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था.

'सिद्धांत सर्वोपरि, सत्ता का मोह नहीं'

तेज प्रताप यादव ने कहा कि वे सत्ता के भूखे नहीं हैं. उनके लिए सिद्धांत और आत्मसम्मान सबसे ऊपर हैं. उन्होंने दावा किया कि महुआ की जनता उनसे प्यार करती है और उन पर भरोसा करती है. उनके अनुसार, विधायक रहते हुए वे लोगों की समस्याएं सुलझाते थे जो अब नहीं हो रहा है.

जब उनसे RJD में लौटने की संभावना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने एक बार फिर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, "मैं RJD में लौटने से अच्छा मौत चुनूंगा." उन्होंने कहा कि वे जनता के आशीर्वाद से जीतेंगे, न कि किसी पार्टी के नाम पर.

भाई तेजस्वी पर भी दिया बयान

अपने छोटे भाई और 'इंडिया' गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव के बारे में पूछे जाने पर तेज प्रताप ने कहा कि वह नाराज नहीं हैं. उन्होंने स्नेह दिखाते हुए कहा, "वह मेरा छोटा भाई है, उसे मेरा आशीर्वाद हमेशा रहेगा. मैं उस पर सुदर्शन चक्र नहीं चला सकता." उन्होंने यह भी साफ किया कि उनकी मां-बाप (लालू-राबड़ी) से सीधी बात नहीं हुई है, लेकिन उनका आशीर्वाद हमेशा उनके साथ है.

अपने प्रचार के दौरान, तेज प्रताप ने एनडीए सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि जनता अब बीजेपी-आरएसएस के बहकावे में नहीं आएगी. उन्होंने बताया कि वे अपनी पार्टी के 'ब्लैकबोर्ड' चुनाव चिह्न से चुनाव लड़ रहे हैं. प्रशांत किशोर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने उन्हें केवल एक 'व्यापारी' बताया. 

    follow google news