Gaura Bauram Seat: बिहार विधानसभा चुनाव काफी रोमांचक हो गया है. खासकर महागठबंधन (Mahagathbandhan) में सीट बंटवारे का मामला उलझा हुआ है. दरभंगा की गौड़ाबौराम (Gaurabauram) सीट पर बड़ा कंफ्यूजन है. यहां एक ही सीट पर महागठबंधन के दो उम्मीदवार आमने-सामने हैं.
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दरअसल, इस सीट पर RJD और VIP (विकासशील इंसान पार्टी) के उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था. बाद में वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव से बातचीत की. जिसके बाद यह सीट वीआईपी को दे दी गई. सोमवार को नाम वापसी का आखिर दिन था. लेकिन आरजेडी प्रत्याशी अफजल अली खान ने अपना नाम वापस नहीं लिया है. इस सीट पर VIP की ओर से वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सहनी ने नामांकन दाखिल किया है.
लालू यादव ने चुनाव अधिकारी को लिखा था पत्र
संतोष सहनी ने आरोप लगाया है कि RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने चुनाव आयोग को खुद पत्र भेजा था. और इसमें अफजल अली खान की उम्मीदवारी खत्म करने की गुजारिश की गई थी. लेकिन चुनाव मशीनरी ने इसे नजरअंदाज कर दिया. संतोष ने कहा, "यह साफ साजिश है. लालू ने मुख्य चुनाव अधिकारी को चिट्ठी लिखी फिर भी अफजल का नाम नहीं कटा. मैं महागठबंधन का ऑफिशियल कैंडिडेट हूं. अधिकारियों को सजा मिलनी चाहिए."
महागठबंधन कैंडिडेट्स आमने-सामने
इस सीट पर अब दो महागठबंधन कैंडिडेट्स आमने-सामने हैं. इससे वोटर्स में कन्फ्यूजन फैल सकता है. विपक्षी नेता मानते हैं कि जमीनी स्तर पर RJD वर्कर्स संतोष के लिए प्रचार करेंगे. लेकिन 'लालटेन' सिंबल वाले अफजल से भ्रम तो बनेगा ही.
BJP ने यहां सुजीत कुमार को उतारा है. वहीं प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने मोहम्मद इफ्तेखार आलम को मैदान में उतारा है.
2020 के चुनाव में VIP की स्वर्णा सिंह ने यह सीट जीती थी. RJD के अफजल अली खान दूसरे नंबर पर रहे थे. इस बार महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल उठ रहे हैं. संतोष सहनी ने कहा, "यह बहुत आसान मामला था. अधिकारियों ने जानबूझकर गड़बड़ की है."
तेजस्वी यादव करेंगे चुनाव प्रचार?
तो अब महागठबंधन से तेजस्वी यादव इस सीट पर चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे तो यहां क्या होगा? इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है कि जब तेजस्वी यादव इस विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे तो वह वोट VIP के उम्मीदवार संतोष सहनी के वोट मांंग रहे होंगे. लेकिन वो किसके खिलाफ चुनाव प्रचार करेंगे? वो यहां खड़े होकर क्या यह कहेंगे कि आरजेडी के उम्मीदवार अफजल अली ने जो नामांकन किया है उन्हें आप वोट ना दें या वह एनडीए के खिलाफ वहां वोट मांगेंगे. एनडीए के खिलाफ वोट मांगे तो ठीक है. लेकिन अपने उम्मीदवार के खिलाफ क्या तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार कर पाएंगे? यह असली अग्नि परीक्षा है.
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