बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी तेज हो गई है. जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर अपने दल के प्रमुख नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर रहे हैं. यह बैठक पटना में हो रही है. बैठक में प्रशांत किशोर के चुनाव लड़ने पर चर्चा हो रही है.
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प्रशांत किशोर चुनाव लड़ेंगे या नहीं?
बैठक में कुछ नेता प्रशांत किशोर को राघोपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की सलाह दे रहे हैं. राघोपुर तेजस्वी यादव का गढ़ माना जाता है. एक नेता ने कहा, "प्रशांत जी यहां से लड़ें तो बड़ा असर पड़ेगा." लेकिन कुछ अन्य नेता चुनाव लड़ने के खिलाफ हैं. वे कहते हैं, "पार्टी को मजबूत करने पर ध्यान दें. खुद लड़ने से जोखिम बढ़ेगा."
प्रशांत किशोर ने कहा, "पार्टी का फैसला जो भी हो, मैं मानूंगा." उन्होंने मार्च 2025 में भी राघोपुर से लड़ने की इच्छा जताई थी. लेकिन अब बहस तेज है.
चंपारण से चुनाव लड़ने की चर्चा क्यों?
बैठक में चंपारण की किसी सीट से चुनाव लड़ने पर भी बात हो रही है. चंपारण पूर्वी या पश्चिमी जिले की सीटें हो सकती हैं. कारण साफ है. प्रशांत किशोर ने अपनी जन सुराज यात्रा की शुरुआत यहीं से की थी. 2 अक्टूबर 2022 को भितिहरवा गांधी आश्रम से पैदल यात्रा शुरू हुई. यह यात्रा 3000 किलोमीटर लंबी थी.
जन सुराज पार्टी 2024 में बिहार उपचुनाव लड़ी थी. चार सीटों पर लड़ी, लेकिन जीत नहीं मिली. अब 2025 चुनाव में सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का प्लान है. पार्टी का चुनाव चिन्ह स्कूल बैग है. बिहार चुनाव में एनडीए, इंडिया गठबंधन और जन सुराज के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा.
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