Who is IPS Sweety Sahrawat: पटना में BPSC 70वीं परीक्षा के बाद छात्रों का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है. परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए छात्र अब री-एग्जाम की मांग कर रहे हैं. रविवार को पटना के गांधी मैदान और जेपी गोलंबर पर प्रदर्शन हिंसक हो गया. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. इस पूरे घटनाक्रम में पटना सेंट्रल एसपी IPS स्वीटी सहरावत ने पुलिस बल का नेतृत्व किया. इससे वह चर्चा के केंद्र में आ गई हैं. आइए जानते हैं आखिर कौन हैं आईपीएस स्वीटी सहरावत और क्यों हैं वह चर्चा में?
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13 दिसंबर को आयोजित BPSC 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा के बाद छात्रों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. परीक्षा में धांधली के आरोप लगाते हुए छात्रों ने पटना के गांधी मैदान और जेपी गोलंबर पर जमकर प्रदर्शन किया. स्थिति तब हिंसक हो गई जब प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ने का प्रयास किया. इस पर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया. लाठीचार्ज और वाटर कैनन के इस्तेमाल के दौरान स्वीटी सहरावत ने पुलिस बल का नेतृत्व किया.
कौन हैं स्वीटी सहरावत?
स्वीटी सहरावत बिहार कैडर की युवा और तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी हैं. उन्होंने 2019 में UPSC परीक्षा में 187वीं रैंक हासिल की थी. दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से B.Tech (ECE) की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सिविल सेवाओं की तैयारी शुरू की. उनके पिता दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल थे, जिनका 2013 में एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था.
पिता का सपना था कि उनकी बेटी प्रशासनिक अधिकारी बने. इसी सपने को पूरा करने के लिए स्वीटी ने अपनी इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर UPSC की तैयारी शुरू की. उनकी मेहनत रंग लाई, और वे आईपीएस अधिकारी बन गईं. अपनी पहली पोस्टिंग में स्वीटी को बिहार के औरंगाबाद जिले में सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) के रूप में तैनात किया गया. अपनी कार्यक्षमता और समर्पण के चलते उन्होंने यहां कानून-व्यवस्था को बेहतर तरीके से संभाला. इसी के चलते उन्हें पटना सेंट्रल एसपी के पद पर तैनात किया गया.
इससे पहले डीजीपी से बहस का वीडियो भी हुआ था वायरल
सितंबर 2023 में स्वीटी सहरावत एक बार पहले भी चर्चा में आई थीं. उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह केरल के पूर्व राज्यपाल और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी निखिल कुमार से बातचीत कर रही थीं. निखिल कुमार ने पटना में बढ़ती चोरी की घटनाओं को लेकर उनसे मुलाकात की थी. स्वीटी ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि मैं घर पर नहीं मिलती हूं, आखिर प्राइवेसी भी कोई चीज होती है. उसका सम्मान किया जाना चाहिए.
बीपीएससी विरोध प्रदर्शन में भूमिका
BPSC परीक्षा में धांधली के विरोध में जारी प्रदर्शन के दौरान स्वीटी सहरावत ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल का नेतृत्व किया. गांधी मैदान और जेपी गोलंबर पर हालात तनावपूर्ण हो गए थे. प्रदर्शनकारियों ने हिंसा पर उतारू होकर बैरिकेड तोड़ने का प्रयास किया, जिसके बाद स्वीटी सहरावत ने बल प्रयोग का निर्णय लिया. इतनी ठंड में वाटर कैनन चलवाए और लाठीचार्ज करने का आदेश दिया. उनकी इस कार्रवाई को लेकर कुछ लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं, जबकि अन्य इसे कानून-व्यवस्था बनाए रखने का सही कदम मानते हैं.
प्रशांत किशोर से भी हुई बहस
विरोध प्रदर्शन के दौरान स्वीटी सहरावत की मशहूर राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर से भी बहस हुई. प्रशांत किशोर ने छात्रों के प्रदर्शन का समर्थन किया था, लेकिन स्थिति बिगड़ने पर उन्हें वापस लौटना पड़ा. स्वीटी सहरावत की सख्त कार्यशैली और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें बिहार में एक कुशल अधिकारी के रूप में स्थापित किया है. हालांकि, BPSC परीक्षा के विरोध प्रदर्शन में उनके कदमों पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
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