RJD से चुनाव लड़ा...अनंत सिंह से भी दोस्ती, कौन थे दुलारचंद यादव जिसकी हत्या से मोकाम ही नहीं बिहार में मचा बवाल!

बिहार चुनाव से पहले मोकामा में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या से मामला गरमाया गया है. हत्या का आरोप बाहुबली विधायक अनंत सिंह के समर्थकों पर लगा है. दुलारचंद कभी लालू और अनंत सिंह के करीबी थे. इस बार अनंत सिंह के खिलाफ प्रचार कर रहे थे.

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न्यूज तक डेस्क

31 Oct 2025 (अपडेटेड: 31 Oct 2025, 09:48 AM)

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Bihar Elections 2025: बिहार में गुरुवार को मोकामा में जनसुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की निर्मम हत्या कर दी गई. यह हत्या, पहले चरण की वोटिंग से ठीक 7 दिन पहले की गई. इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल मची हुई है. इस मामले में एनडीए उम्मीदवार और बाहुबली विधायक अनंत सिंह के समर्थकों पर सीधा आरोप लगा है. 

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कौन थे दुलारचंद यादव?

दुलारचंद यादव मोकामा से जनसुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी उर्फ लल्लू मुखिया के प्रबल समर्थक थे. चुनाव में लगातार प्रचार कर रहे थे और सोशल मीडिया पर अनंत सिंह के खिलाफ बयान दे रहे थे. गुरुवार को मोकामा में पहले उन्हें लाठियों से पीटा गया. फिर गोली मार दी गई. हत्या तारतर गांव में हुई, जहां उनका जन्म भी हुआ था. फिलहाल वे बाढ़ में रहते थे.

लालू यादव के भी करीबी रहे!

दुलारचंद यादव टाल क्षेत्र के प्रभावशाली चेहरे माने जाते थे. 80-90 के दशक में वे इलाके के बड़े नाम थे. कभी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी रहे. राजद की टिकट पर मोकामा से चुनाव भी लड़े, लेकिन हार गए. बाद में कई पार्टियों के साथ जुड़े. अनंत सिंह से भी पुराने अच्छे रिश्ते थे. लेकिन इस साल वे जनसुराज की ओर चले गए. धानुक समाज से ताल्लुक रखने वाले लल्लू मुखिया के लिए वे प्रचार की कमान संभाल रहे थे और सोशल मीडिया पर लगातार अनंत सिंह के खिलाफ बयान दे रहे थे.

उनका आपराधिक इतिहास भी चर्चित रहा है. पटना जिले के घोषबरी और बाढ़ थानों में कई केस दर्ज हैं. 2019 में पटना पुलिस ने उन्हें कुख्यात बदमाश बताकर गिरफ्तार किया था. पहलवानी का शौक भी था. 

आरोप-प्रत्यारोप का दौर

जनसुराज के प्रत्याशी लल्लू मुखिया ने आरोप लगाया है कि अनंत सिंह के समर्थकों ने ही हत्या की साजिश रची है. एनडीए के प्रत्याशी और बाहुबली नेता अनंत सिंह ने इन आरोपों को खारिज किया है. उनका कहना है कि दुलारचंद के लोगों ने पहले उनके काफिले पर हमला किया और इसी दौरान भीड़ में किसी ने गोली चला दी. अनंत सिंह ने इस हत्या के लिए विरोधी नेता सूरजभान सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब उन्हें चुनाव में नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया है.

अनंत सिंह समर्थकों ने वीडियो और फोटो जारी कर आरोपों को खारिज किया है. उनका कहना है कि जनसुराज कार्यकर्ताओं ने पहले हमला बोला.

पुलिस बल तैनात, तेजस्वी-पप्पू ने उठाए सवाल

हत्या के बाद गांव में तनाव फैल गया और ग्रामीण पांच घंटे तक शव को नहीं उठाने दिया. मौके पर भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा. मृतक के परिजनों का आरोप है कि जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह के समर्थकों ने गोली मारने के बाद उन्हें कार से कुचल दिया.

 

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