बिहार में BPSC परीक्षा को लेकर क्यों मचा है बवाल, क्या है छात्रों की डिमांड, क्या है पूरा विवाद?

Bihar News: बीपीएसपी अभ्यर्थियों का आरोप है कि परीक्षा में असमानता और गड़बड़ी हुई है. इसी को लेकर छात्र पिछले 12 दिनों से पटना में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच 29 दिसंबर को ये विरोध इतना बढ़ गया कि छात्र आंदोलन आरपार की लड़ाई में बदल गई. जहां छात्र अपनी मांगों से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं तो वहीं, बीपीएससी भी उनकी बातों को मानने के लिए तैयार नहीं है.

 BPSC Protest
BPSC प्रोटेस्ट के दौरान पुलिस ने छात्रों पर किया बलप्रयोग

राजू झा

30 Dec 2024 (अपडेटेड: 30 Dec 2024, 05:40 PM)

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BPSC Controversy: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को लेकर विवाद दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है. 29 दिसंबर को छात्रों ने परीक्षा में गड़बड़ी और प्रश्नपत्र में असमानता का आरोप लगाते हुए पूरी परीक्षा को दोबारा कराने की मांग की. इस बीच छात्रों ने पहले जनसुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर की अगुवाई में पटना के गांधी मैदान पहुंचे. छात्रों का प्लान था कि वो सीएम हाउस जाएंगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया. 29 दिसंबर को दिनभर बवाल के बाद शाम होते-होते मामला इतना बढ़ गया कि छात्रों और पुलिस के बीच झड़प की नौबत आ गई.

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बीपीएसपी अभ्यर्थियों का आरोप है कि परीक्षा में असमानता और गड़बड़ी हुई है. इसी को लेकर छात्र पिछले 12 दिनों से पटना में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच 29 दिसंबर को ये विरोध इतना बढ़ गया कि छात्र आंदोलन आरपार की लड़ाई में बदल गई. जहां छात्र अपनी मांगों से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं तो वहीं, बीपीएससी भी उनकी बातों को मानने के लिए तैयार नहीं है. दोनों अपने जिद्द पर अड़े हैं.

29 दिसंबर को बवाल क्यों हुआ?

दरअसल, 29 दिसंबर को दिनभर छात्र और पुलिस के बीच लड़ाई में शाम होते ही माहौल इतना खराब हो गया कि रात होते-होते पुलिस को छात्रों पर लाठीचार्च करना पड़ा. ना सिर्फ लाठीचार्ज बल्कि कड़ाके की ठंड में छात्रों पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया गया. ठंडे पानी से छात्रों पर बौछार किया, लाठीचार्ज के बाद छात्रों का आदोलन इतना तेज हो गया कि हर तरफ छात्रों पर बर्बता की खबर फैल गई.

छात्र नीतीश कुमार को ज्ञापन देने के लिए सीएम आवास जाना चाह रहे थे, जिन्हें पुलिस ने रास्ते में रोक दिया. इसके बाद छात्रों और पुलिस की झड़प हो गई. प्रदर्शनकारी छात्र नहीं रुके और वे बैरिकेड्स को तोड़ते हुए आगे बढ़ते रहे. आखिर में जब वे जेपी गोलंबर पहुंचे तो पुलिस ने उनपर पानी की बौछारें कर दीं. इस दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज भी किया और फिर उन्हें जेपी गोलंबर से उन्हें हटा दिया. 

BPSC अभ्यर्थियों का क्या है आरोप?

BPSC अभ्यर्थियों का आरोप है कि 13 दिसंबर को जो परीक्षा आयोजित की गई उसमें गड़बड़ी और पेपर लीक हुआ है. अन्य सेंटर्स पर भी कई अनियमितताएं हुई. कुछ का कहना है कि किसी सेंटर पर सीसीटीवी कैमरे नहीं चल रहे थे. वहीं कुछ छात्रों का आरोप है कि कुछ कोचिंग संस्थानों के मॉडल प्रश्न पत्रों और बीपीएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र में काफी समानताएं थीं साथ ही कुछ का कहना है कि पुलिस भर्ती परीक्षा के स्तर का प्रश्न पत्र बीपीएससी की परीक्षा में दिया गया था. हालांकि बीपीएससी ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि अगर परीक्षा आसान थी तो कटऑफ ज्यादा जाएगी और इसमें चिंतित होने की जरूरत नहीं हैं. हालांकि छात्र मानने को तैयार नहीं हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

4 जनवरी को कौन सी परीक्षा हो रही?

नॉर्मलाइजेशन वाला विवाद खत्म हुआ तो छात्रों ने 13 दिसंबर को बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा देने के लिए राजी हुए. एक शिफ्ट में 12 से 2 बजे तक परीक्षा 13 दिसंबर को आयोजित की गई. इस बीच बापू परीक्षा केंद्र जो बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सबसे बड़ा एग्जाम सेंटर माना जाता है. इस सेंटर के अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि पेपर की सील पहले से खुली हुई थी, पेपर बांटने में आधे घंटे की देरी की गई और पेपर लीक किया गया. परीक्षा के बाद कुछ अभ्यर्थी विरोध में प्रश्न पत्र के साथ OMR शीट लेकर बाहर आ गए और हंगामा शुरू कर दिया.

हालांकि हंगामे की सूचना मिलते ही पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली. इसी एग्जाम सेंटर पर एक अभ्यर्थी को डीएम ने थप्पड़ मारा था जिसका वीड‍ियो काफी वायरल हुआ था. डीएम का कहना था कि एक सेट में कम प्रश्न पत्र आने की वजह से अलग-अलग एग्जाम रूम से पेपर मंगवाए गए जिसकी वजह से अभ्यर्थियों में भ्रम फैला. बाद में इस सेंटर की परीक्षा रद्द कर दी गई. नई तारीफ दी गई 4 जनवरी 2025। इसी तारीख को सिर्फ एक सेंटर  बापू परीक्षा केंद्र पर जिन अभ्यर्थियों का सेंटर था, उन्हें दोबारा एग्जाम देना होगा.

छात्रों की क्या हैं मांगें?

बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा  को लेकर अभ्यर्थियों की मुख्य 4 मांगें हैं-

1. बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को री-एग्जाम कराया जाए.
2. परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जाए.
3. विरोध प्रदर्शन के दौरान जिन छात्रों पर केस दर्ज हुआ, उन्हें अनजान आरोपी से हटा कर केस खत्म किया जाए.
4. बीपीएससी सचिव और सरकार लिखित में अपना बयान दे.

BPSC के सचिव का क्या कहना है?

बीपीएससी के सचिव सत्य प्रकाश शर्मा का कहना है कि "पुनः परीक्षा आयोजित करने का कोई सवाल नहीं है. हम अभ्यर्थियों से संवाद करने के लिए तैयार हैं और बीपीएससी के दरवाजे हमेशा बातचीत के लिए खुले हैं. राज्य के 912 परीक्षा केंद्रों में से 911 केंद्रों पर परीक्षा में किसी प्रकार की गड़बड़ी का कोई प्रमाण नहीं मिला है.पूरा परीक्षा रद्द करने का आधार क्या है? केवल एक केंद्र पर पुनः परीक्षा 4 जनवरी को होगी और जनवरी के अंत तक 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।"

पीके कैसे कूद पड़े छात्रों की लड़ाई में?

जब बीपीएससी के अभ्यर्थियों द्वारा पटना के गर्दनीबाग में विरोध प्रदर्शन के लिए धरना पर बैठे थे. पुलिस ने उन्हें वहां से हटाने की कोशिश की. इसके बाद धरना स्थल पर खान सर, रहमान सर, तेजस्वी यादव, प्रशांत किशोर सभी गए. इस बीच प्रशांत किशोर ने छात्रों से गांधी मैदान आने के लिए कहा, जिसके बाद छात्र गांधी मैदान में इकट्ठा हो रहे थे. अगुवाई प्रशांत किशोर कर रहे थे. बाद में छात्र और पुलिस के बीच झड़प हो गई और सीएम हाउस की तरफ जाने से छात्रों को रोक दिया गया. शाम होते-होते प्रशांत किशोर घटना स्थल से निकल गए और पुलिस ने छात्रों पर वाटर कैनन और लाठीचार्ज कर दिया.

बता दें कि बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का विज्ञापन सितंबर 2024 को जारी किया गया. इसमें 4,83,000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया, जिनमें से 3,25,000 ने परीक्षा दी है. यह परीक्षा 2,031 पदों के लिए आयोजित की गई थी, जिसमें 200 एसडीएम, 136 डीएसपी और अन्य राजपत्रित अधिकारी पद शामिल थे, जिससे यह पिछले कुछ वर्षों में सबसे बड़ी भर्ती प्रक्रिया बनी. प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर 2024 को दोपहर 12 बजे से 2 बजे के बीच आयोजित की गई, जिसमें अभ्यर्थियों को सामान्य ज्ञान के 150 प्रश्नों के उत्तर देने थे.

अब तक रो रहे हैं छात्र, देखिए ये वीडियो...

नार्मलाइजेशन को लेकर मचा बवाल

बीपीएससी ने जब परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी किया तो उससे छात्रों की बीच यह अफवाह फैली कि परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया लागू की जाएगी. इसको लेकर छात्रों ने पटना में बीपीएससी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों के इस विरोध प्रदर्शन में सेलीब्रिटी टीचर खान सर और रहमान सर भी जुड़े. फिर दो दिन बाद आयोग की सफाई आई कि परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन कभी था ही नहीं.

आयोग ने एक आधिकारिक पत्र जारी कर कहा कि नॉर्मलाइजेशन की खबरें भ्रामक हैं और परीक्षा एक ही प्रश्नपत्र सेट से आयोजित की जाएगी. इन दो दिनों पर छात्रों पर लाठीचार्ज हो चुका था, ऐसे में बीपीएससी पर आरोप लगा कि अगर वह समय पर बता देते तो छात्रों के साथ ऐसा नहीं होता, इसको लेकर आयोग की तरफ से कहा गया कि लाठीचार्ज का फैसला पुलिस प्रशासन का था उनका नहीं.

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