त्यौहारी सीजन शुरू हो गया है. नवरात्रि के बाद दशहरा और फिर दिवाली. इधर केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स महंगाई भत्ता (DA) और महंगाई राहत (DR) का बेशब्री से इंतजार कर रहे हैं. माना जा रहा है कि 7वें वेतन आयोग के तहत बढ़ने वाला ये आखिरी महंगाई भत्ता और महंगाई राहत होगी. इसके बाद 8वां वेतन आयोग लागू होने का इंतजार भी कर्मचारी बेशब्री से कर रहे हैं.
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वित्तमंत्री तक पहुंची बात
बिजनेस टुडे में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक केंद्रीय कर्मचारी संगठन ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि 1 जुलाई 2025 से प्रभावी डीए/डीआर की किस्त जल्द घोषित कर दी जाए. लेटर में ये भी कहा गया है कि आमतौर पर यह घोषणा सितंबर के अंतिम सप्ताह में हो जाती है और अक्टूबर में तीन महीने का बकाया भुगतान भी मिल जाता है, लेकिन इस बार देरी हो गई है. इस वजह से कर्मचारियों में असंतोष बढ़ रहा है.
गौरतलब है कि DA और DR पूरे साल में दो बार बढ़ाया जाता है. एक बार जनवरी-जून की अवधि के लिए मार्च में बढ़ाया जाता है. फिर जुलाई-दिसंबर की अवधि के लिए सितंबर या अक्टूबर में. आमतौर पर दूसरी छमाही DA/DR का ऐलान सितंबर के अंत में हो जाता है. इससे ये बात तय हो जाती है कि कर्मचारियों को उनके संशोधित वेतन या पेंशन के साथ दो या तीन महीने का बकाया भी मिले.
जनवरी में हो चुकी है बढ़ोत्तरी
जनवरी 2025 में सरकार ने डीए/डीआर को 53% से बढ़ाकर 55% कर दिया था. अब जुलाई-दिसंबर 2025 की किस्त बाकी है. अगर जल्द फैसला नहीं हुआ तो त्योहारों से पहले कर्मचारियों की जेब ढीली रह सकती है.
पिछले साल केंद्र सरकार ने त्योहार से करीब 2 हफ्ते पहले यानी 16 अक्टूबर, 2024 को महंगाई भत्ते में इजाफे का ऐलान किया था. इस बार दिवाली 20-21 अक्टूबर को पड़ रही है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह तक इसका ऐलान हो जाएगा. इस घोषणा से 1.2 करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कमचारियों और पेंशनर्स को लाभ मिलेगा.
कैसे होता है DA/DR का कैलकुलेशन?
सातवें वेतन आयोग के तहत डीए और डीआर की गणना उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार पर तय किया जाता है. यह फॉर्मूला CPI-IW के 12 महीने के औसत आंकड़ों पर है.
- जुलाई 2024 से जून 2025 तक औसत CPI-IW= 143.6
- ये 58% की महंगाई भत्ते की दर के बराबर है.
- इसका मतलब है कि जुलाई-दिसंबर 2025 सर्किल के दौरान DA 3% बढ़ जाएगा.
- इसके साथ ही पेंशन में भी इतने का ही इजाफा होगा.
उदाहरण से समझें
- माना अनवर की बेसिक सैलरी 50,000 रुपये है.
- 55% के पुराने DA पर इनका भत्ता 27,500 रुपये होगा.
- वहीं बढ़ोतरी के बाद 58% के नए डीए के साथ, यह बढ़कर 29,000 रुपये हो जाएगा.
- यानी अनवर को हर महीने 1,500 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे.
- इसी तरह, 30000 रुपये की बेसिक पेंशन वाले पेंशनभोगी के लिए...
- DR 16,500 रुपये (55%) से बढ़कर 17,400 रुपये (58%) हो जाएगा.
- उन्हें हर महीने 900 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे.
बोनस की भी मांग
कर्मचारी संघ ने सरकार से यह भी अपील की है कि डीए-डीआर के साथ ही उत्पादकता बोनस (PLB) और तदर्थ बोनस की घोषणा की जाए, ताकि कर्मचारी बिना आर्थिक दबाव के त्योहार मना सकें.
क्या है उपभोक्ता और तदर्थ बोनस?
उत्पादकता बोनस (Productivity Linked Bonus - PLB)
- इसे प्रोडक्टिविटी बोनस या उत्पादकता से जुड़ा बोनस कहते हैं.
- यह बोनस उन कर्मचारियों को दिया जाता है जिनका काम उत्पादन या सेवाओं से सीधे जुड़ा होता है.
- जैसे रेलवे, पोस्टल, रक्षा उत्पादन इकाइयां आदि.
- इस बोनस का आधार कर्मचारियों की मेहनत और उस विभाग/उद्योग की उत्पादकता पर निर्भर होता है.
- रेलवे कर्मचारियों को यह बोनस लगभग हर साल दिवाली से पहले दिया जाता है.
तदर्थ बोनस (Ad-hoc Bonus)
- यह बोनस उन केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को दिया जाता है जो PLB के दायरे में नहीं आते.
- यानी, जिनका काम सीधे उत्पादकता (production) से जुड़ा नहीं है.
- इसे Ex-gratia Payment भी कहा जा सकता है.
- यह आमतौर पर नॉन-गैजेटेड कर्मचारियों जैसे Group C और D को दिया जाता है.
- सरकार इसे भी त्योहारों से पहले घोषित करती है, ताकि त्योहार पर आर्थिक बोझ कम हो.
त्रिपुरा सरकार ने बढ़ाया डीए-डीआर
इसी बीच त्रिपुरा सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए 3% डीए-डीआर बढ़ोतरी का ऐलान किया है, जो 1 अक्टूबर 2025 से लागू होगा. इससे राज्य के 1.05 लाख कर्मचारी और 84,000 पेंशनभोगियों को लाभ मिलेगा.
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