नौकरीपेशा युवाओं की सैलरी से हर महीने PF का पैसा कटता है, लेकिन अधिकतर लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती कि आखिर ये पैसा कहां और कितनी जमा हो रहा है. EPF (Employees’ Provident Fund) के जरिए हर महीने की छोटी-छोटी बचत से रिटायरमेंट पर बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है.
ADVERTISEMENT
अगर आप यह समझना चाहते हैं कि PF कटौती से कैसे करोड़ों रुपये का फंड तैयार होता है, तो यह खबर आपके लिए है. हम आपको 27 साल के संजीव की सैलरी का उदाहरण देकर समझा रहे हैं. कैसे EPF में हर महीने की कटौती से 58 साल की उम्र तक संजीव के पास करीब 2 करोड़ रुपये तक का फंड तैयार हो सकता है.
EPF में कितना पैसा कटता है?
- संजीव की उम्र 27 साल है और उनकी बेसिक सैलरी + DA मिलाकर ₹30,000 है.
- कर्मचारी (Employee) की तरफ से EPF में हर महीने: 30,000 का 12% = ₹3,600.
- नियोक्ता (Employer) की तरफ से EPF में हर महीने: ₹3,600.
- हालांकि इसमें से 8.33% का हिस्सा पेंशन फंड में जाता है. PF में जमा होता है ₹2,350.
- संजीव का कुल मंथली PF कंट्रीब्यूशन = ₹3,600 (खुद का) + ₹2,350 (नियोक्ता का) = ₹5,950 प्रति माह
लंबे समय में कितना फंड बनता है?
अगर मान लें कि संजीव की सैलरी हर साल 5% बढ़ती है और EPF पर औसतन 8.1% ब्याज मिलता है, तो:
- EPF में कुल योगदान (30 साल तक): धीरे-धीरे बढ़ते योगदान के साथ
- ब्याज समेत संभावित फंड: करीब 2 करोड़ रुपए के करीब होगा. यहां करें कैलकुलेट
PF से रिटायरमेंट की फाइनेंशियल सुरक्षा
- EPF एक तरह का लॉन्ग टर्म सेविंग्स टूल है जो नौकरीपेशा लोगों को रिटायरमेंट पर बड़ी राशि देने में मदद करता है. यह पूरी तरह टैक्स फ्री होता है (कुछ शर्तों के साथ).
- सैलरी से खुद-ब-खुद बचत
- सरकार द्वारा तय ब्याज दर पर गारंटीड रिटर्न.
- टैक्स में भी बचत का मौका.
युवाओं को क्यों समझना चाहिए PF की पावर?
अधिकतर युवा PF को नजरअंदाज करते हैं या इसे सैलरी कटौती के तौर पर देखते है, लेकिन अगर आप PF को एक मजबूत निवेश टूल की तरह देखें और इसे पूरी नौकरी में कंटिन्यू रखें, तो रिटायरमेंट के समय यह फंड आपकी आर्थिक आजादी की कुंजी बन सकता है.
निष्कर्ष
छोटी-छोटी रकम हर महीने PF में निवेश करके आप अपने रिटायरमेंट के लिए बड़ा और सुरक्षित फंड तैयार कर सकते हैं. बस जरूरत है इसे समझने और सही तरीके से बनाए रखने की.
ADVERTISEMENT