24 नवंबर 2025 को सुबह से ही सोने-चांदी के बाजार में जबरदस्त हलचल देखने को मिला. इंटरनेशनल मार्केट में सोना 4,050 डॉलर प्रति औंस तक फिसल गया है, जबकि भारत में MCX पर दिसंबर गोल्ड वायदा 1.17% टूटकर ₹1,22,740 पर ट्रेड कर रहा है. चांदी भी 0.76% गिरकर ₹1,52,979 के पास पहुंच गई है. एक किलो चांदी अभी 1,52,971 में बिक रही है. यानी एक ही दिन में ₹1,180 रुपए की भारी गिरावट देखी गई.
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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भाव में क्यों आ रही गिरावट?
- पहली वजह है अमेरिकी डॉलर का मजबूत होना. अमेरिका में सितंबर की जॉब रिपोर्ट उम्मीद से ज्यादा तेज निकली, जहां 50,000 नौकरियों की उम्मीद थी, वहां 1,19,000 नई नौकरियां बन गईं. इसी वजह से डॉलर इंडेक्स 100 के ऊपर निकल गया और 6 महीने का हाई छू लिया. डॉलर जितना मजबूत होता है, सोना-चांदी विदेशी खरीदारों के लिए उतने महंगे हो जाते हैं. नतीजतन खरीद कम होती है और कीमतें गिर जाती हैं.
- दूसरी वजह- फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों पर अब अनिश्चितता. पहले बाजार में उम्मीद थी कि दिसंबर में 25 बेसिस पॉइंट की रेट कट होगी, लेकिन मजबूत जॉब डेटा ने यह उम्मीद कमजोर कर दी है. जब ब्याज दरें ऊंची रहती हैं, तो सोना कम आकर्षक लगता है. क्योंकि सोना ब्याज नहीं देता. इसलिए लोग निवेश टाल देते हैं.
- तीसरी वजह- भू-राजनीतिक तनाव कम होना. रूस-यूक्रेन जंग को लेकर बातचीत में प्रोग्रेस की खबरें हैं. जब युद्ध का खतरा कम होता है, तो 'सेफ हेवन' यानी सोने की मांग भी स्वाभाविक रूप से कम पड़ती है. ऐसे में कीमतों पर दबाव आता है.
- चौथी वजह- सोना पहले ही इस साल 54% तक चढ़ चुका है. सेंट्रल बैंक खरीद, जंग, महंगाई...इन सब कारणों से सोना लगातार ऊपर गया. अब कोई नया बड़ा पॉजिटिव ट्रिगर नहीं दिख रहा, इसलिए मार्केट मुनाफावसूली कर रहा है. गिरावट भी इसी वजह से गहरी लग रही है.
क्या अभी खरीद लेना चाहिए सोना?
एक्सपर्ट्स अभी रुकने के लिए कह रहे हैं. अभी थोड़ा संभलकर चलना बेहतर माना जा रहा है. इंटरनेशनल गोल्ड 3,900 डॉलर तक और MCX पर ₹1,18,000 तक फिसलने की संभावनाएं जताई जा रही हैं. सोने के लिए अगले मजबूत लेवल 4,110–4,185 डॉलर के ऊपर ही माने जा रहे हैं, जिन्हें तोड़ना फिलहाल मुश्किल दिख रहा है. सपोर्ट 4,022 और 3,990 डॉलर के पास है.
लेकिन चांदी में क्या मौका है?
चांदी के दाम में करीब-करीब सपोर्ट जोन के आसपास खरीदारी का मौका देखा जा रहा है. 1,51,500-1,53,000 रुपए के पास. स्टॉप लॉस 1,50,000 रुपए के नीचे और लक्ष्य 1,55,500 व 1,57,000 रुपए तक. ऐसा इसलिए, क्योंकि चांदी की इंडस्ट्रियल मांग दुनिया की आर्थिक हालत के साथ जुड़ी होती है और जैसे ही ग्लोबल एक्टिविटी बढ़ती है, चांदी में तेजी आने का मौका बनता है.
अब आगे कैसे तय होगी कीमतों की दिशा?
इस हफ्ते अमेरिका का रिटेल सेल्स और PPI डेटा, जॉबलेस क्लेम्स, और हफ्ते के अंत में GDP व PCE इन्फ्लेशन आंकड़े आने वाले हैं. इन्हीं से तय होगा कि फेड दिसंबर में रेट कट करेगा या नहीं. तब तक मार्केट में तेज उछाल और गहरी गिरावट दोनों देखने को मिलेंगे.
अंत में सरल सलाह
लंबी अवधि वाले निवेशक छोटी-छोटी गिरावट में धीरे-धीरे खरीद शुरू कर सकते हैं. शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स के लिए अभी इंतजार बेहतर. सोना 1,18,000-1,20,000 और चांदी 1,48,000-1,50,000 रुपए पर ज्यादा अच्छी एंट्री मिल सकती है. बाजार रोज बदलता है. घबराना नहीं, समझदारी से कदम बढ़ाना है.
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