Gold-Silver Price Update: 'सोना' एक ऐसा चीज जिसे हर एक इंसान चाहता है. लेकिन इसके भाव में जिस तरह लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है, इसे देखकर लोग सोच में पड़ जा रहे है. ऐसे में साल 2025 के अंतिम महीने में एक सवाल सबके मन में आ रहा है कि 2026 में सोने का भाव कहां जाएगा? क्या सोना टूटेगा या चढ़ेगा? इसके लेकर Goldman Sachs की मानें तो सोने में गिरावट की कम बढ़ोतरी की उम्मीद ज्यादा है. Goldman Sachs ने गोल्ड की कीमतों पर एक सर्वे किया है और जिसके नतीजे बेहद ही चौंकाने वाले है. आइए विस्तार से जानते इस सर्वे में क्या-कुछ निकल कर सामने आया.
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Goldman Sachs के सर्वे में क्या आया सामने?
Goldman Sachs ने 12 से 14 नवंबर के बीच अपने Marquee प्लेटफॉर्म पर एक बड़ा सर्वे किया. इस सर्वे में 900 से ज्यादा वैश्विक संस्थागत निवेशकों ने हिस्सा लिया. इस सर्वे में सामने आया कि
- 70% निवेशक मानते हैं कि 2026 तक सोना और ऊपर जाएगा.
- 36% निवेशकों का मानना है कि सोना $5,000 डॉलर प्रति औंस से ऊपर चला जाएगा.
- 33% इसे $4,500 से $5,000 के बीच देखते हैं.
- सिर्फ 5% से भी कम निवेशक मानते हैं कि सोना $3,500 से $4,000 डॉलर तक गिर सकता है.
यानि दुनिया के ज्यादातर समझदार लोग सोने में तेजी देख रहे हैं, गिरावट नहीं.
इसके पीछे की क्या है वजह?
Goldman Sachs के सर्वे ने दो सबसे बड़े कारण बताए हैं जिनकी वजह से सोने की कीमतें बढ़ रही हैं:
पहला, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका अब धीरे-धीरे ब्याज दरों को कम करने की तैयारी में है. जब भी ब्याज दरें गिरती हैं:
- बॉन्ड से कम कमाई होती है
- सेविंग अकाउंट का रिटर्न घटता है
- डॉलर कमजोर होता है
- निवेशक वैकल्पिक एसेट्स की तलाश में निकलते हैं
- ऐसे में सोने में निवेश तेजी से बढता है.
दूसरी वजह है- सेंट्रल बैंकों की बंपर खरीद
सेंट्रल बैंक जैसे कि चीन, तुर्की, भारत पिछले दो साल से सोना खरीदने में लगे हुए हैं. जब सरकारें और सेंट्रल बैंक सोना खरीदते हैं, तो निवेशक समझ जाते हैं कि कुछ बड़ा हो रहा है.ये ट्रेंड अभी रुकने वाला नहीं है. साल 2025 में सोने ने जो किया है, वो किसी ने कल्पना भी नहीं की थी.
40 साल बाद सोना दोहरा रहा इतिहास
सोना इस साल 61% ऊपर है, लगातार तीसरा साल डबल-डिजिट रिटर्न और पहली बार $4,000 के ऊपर गया है. सोना बार-बार नए रिकॉर्ड बना रहा है आखिरी बार ऐसा 1979 में हुआ था. यानी 40+ साल बाद सोना फिर से इतिहास दोहरा रहा है.
क्यों बढ़ रहा सोना-चांदी में निवेश?
Sprott Asset Management की रिपोर्ट बताती है कि दुनिया में एक बड़ा बदलाव हो रहा है. निवेशक डॉलर में भरोसा खो रहे हैं और अमेरिकी बॉन्ड से दूर जा रहे हैं. साथ ही शेयर बाजार की अस्थिरता से परेशान हैं, इसलिए सोना–चांदी और Cryptocurrencies में निवेश बढ़ रहा है.
सोना और क्रिप्टो दोनों का एक ही फायदा है सरकारें और मुद्राएँ बदल जाएं तो भी इनकी कीमत बनी रहती है. सोने की तरह चांदी में भी तेजी का ही रुख है. 2025 में चांदी ने 100 फीसदी का रिटर्न दिया है. इंडस्ट्रियल डिमांड के चलते चांदी की सप्लाई में कमी आई है. इसी वजह से भाव तेजी से बढ़ा है.
IBJA के अनुसार 2 दिसंबर का क्लोजिंग रेट्स
| प्रति 10 ग्राम | |
| 24 कैरेट | 127593 रुपए |
| 22 कैरेट | 127082 रुपए |
| चांदी | 174650 रुपए(प्रति किलो) |
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